नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद 23 अरब नोट बेकार हो गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक ये नोट इतने हैं कि अगर इन्हें एक के ऊपर एक रखा जाए तो ये दुनिया के सबसे बड़े पहाड़ माउंट एवरेस्ट से भी 300 गुना अधिक ऊंचे होंगे। एवरेस्ट की ऊंचाई 8,848 मीटर है यानि नोटों की ऊंचाई 26,54,400 मीटर होगी। यही नहीं इन्हें बिछा दिया जाए तो चांद तक आने जाने का रास्ता 5 बार बनाया जा सकता है। धरती से चांद की दूरी 384,400 किलोमीटर है। अब आप समझ लीजिए कि इनको नष्ट करना कितना कठिन काम है। तो आखिर इन नोटों का क्या होगा? चलिए जानने का प्रयास करते हैं। पुराने नोटों का आखिर क्या होगा? ये नोट इतने सारे हैं कि इनको खत्म करने में काफी वक्त लगने वाला है। आरबीआई के कुछ जिम्मेदार लोग इसके लिए प्लानिंग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन नोटों को ब्रिकेट में बदल दिया जाएगा। बड़े उद्योगों में कोयले की जगह ब्रिकेट जलाने के काम में आता है। यानि वो दिन दूर नहीं जब 1000 और 500 के ये पुराने नोट फैक्ट्रियों में जलाए जा रहे होंगे। इसके अतिरिक्त पेपरवेट, कार्डबोर्ड और अन्य सामान बनाने में भी इनके कागज की लुगदी का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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