Vipra society, death bhoj ban

– विफा राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लिया गया निर्णय

ब्राह्मण समाज ने मृत्युभोज बंद कर आध्यात्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार की परंपरा शुरू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। विप्र फाउंडेशन के सदस्य इसकी पहल करेंगे। विप्र फाउंडेशन राष्ट्रीय परिषद की रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में इस निर्णय पर मुहर लगाई गई। विफा के संस्थापक संयोजक सुशील ओझा ने बताया कि मृत्यु पर भोज जैसी कुप्रथा को बंद कर पुराने धार्मिक एवं आध्यात्मिक केन्द्रों के जीर्णोद्धार के पीछे सोच है कि समाज और मानव हित में हमारी सनातन संस्कृति अक्षुण्ण रहे। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसकी परम आवश्यकता महसूस की जा रही हैं। अब कोरोना काल में तो नए सिरे से इनकी वैज्ञानिकता भी प्रमाणित हो गई है। विफा इसके लिए एक जनजागरण अभियान चलाएगा कि मृत आत्मा की शांति हेतु कर्मकांड पूरे विधि-विधान से करवाए पर मृत्यु पर भोज ना करें। परिजनों की आत्मा की शान्ति व उनकी स्मृति को चिर स्थाई बनाए रखने के लिए आध्यात्मिक तथा अन्य जनोपयोगी स्थलों के जीर्णोद्धार में भोज की राशि का सदुपयोग करें।
विफा की इस ऑनलाइन बैठक में ब्राह्मण समाज की 22 संवर्गों के 217 लोगों ने देश के 69 स्थानों से भाग लिया। बैठक में सर्व सम्मति से संस्था के मुख्य संरक्षक रायपुर विधायक सत्यनारायण शर्मा को तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष मुंबई के महावीरप्रसाद शर्मा को निर्वाचित किया गया। सीए सुनील शर्मा, मुंबई, डॉ. पवन पारीक, जयपुर व रमेश शर्मा, कोलकाता को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पहली बार 15 महिलाओं को शामिल कर नारी सशक्तिकरण का प्रभावी सन्देश दिया गया है।

बैठक में उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा, सांसद रामचरण वोहरा, सांसद सी पी जोशी, उद्योगपति बनवारीलाल सोती, जिन्दल स्टील के डेप्युटी मैनेजिंग डॉयरेक्टर डॉ विनोद नोवाल, अर्थशास्त्री प्रो.गौरव वल्लभ, विधायक धर्मनारायण जोशी, राकेश पारीक, अभिनेष महर्षि, खेल जगत की ख्यातनाम चन्द्रकान्ता पुरोहित, वीसीसीआई के अध्यक्ष श्याम शर्मा व विप्र सेना के राष्ट्रीय प्रमुख सुनील तिवाड़ी आदि विशिष्ट जन उपस्थित थे।

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