lpg subsidy

नयी दिल्ली : एयरटेल का मोबाइल फोन कनेक्शन लेने वाले करीब 37.21 उपभोक्ताओं की नवंबर अंत तक 167.7 करोड़ रुपये की एलपीजी सब्सिडी उनकी विधिवत सहमति के बिना ही एयरटेल पेमेंट बैंक के उनके खातों में डाली गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि इन ग्राहकों से इसके लिए सूचना देकर उनकी सहमति नहीं ली गई। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण :यूआईडीएआई: ने शनिवार को इस मामले में कार्रवाई करते हुए भारती एयरटेल और एयरटेल पेमेंट बैंक को ग्राहकों के सिम सत्यापन की ई-केवाईसी के उपयोग से अस्थाई रूप से रोक दिया है।

अधिकारी ने कहा कि नवंबर के अंत तक एयरटेल पेमेंट बैंक के खातों में 167.77 करोड़ रुपये की एलपीजी सब्सिडी डाली गई। यह कुल 37.21 लाख उपभोक्ताओं से संबंधित है। सरकार सब्सिडी भुगतान में किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए इसे सीधे उनके आधार संख्या से जुड़े खाते में स्थानांतरित करती है। रसोईं गैस के कनेक्शनधारकों को साल में अधिकतम 12 एलपीजी सिलेंडरों :14.2 किलोग्राम प्रत्येक: के लिए सब्सिडी दी जाती है।

उपरोक्त 167.72 करोड़ रुपये की एलपीजी सब्सिडी में से 88.18 करोड़ रुपये की सब्सिडी इंडियन आयल कारपोरेशन के 17.32 लाख उपभोक्ताओं के खातों में डाली गई। वहीं हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन के 10.06 लाख उपभोक्ताओं के खातों में 40 करोड़ रुपये की सब्सिडी स्थानांतरित की गई। भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन के 9.8 लाख उपभोक्ताओं के खातों में 39.46 करोड़ रुपये की सब्सिडी डाली गई। अधिकारी ने जोर देकर कहा कि 37.21 लाख पेमेंट बैंक के खाते ग्राहकों को सूचित कर और उनकी सहमति लिए बिना सक्रिय किए गए।

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