जयपुर. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एशियाटिक शेर जीएस जीएस (9 साल) की बुधवार सुबह मौत हो गई। शेर जीएस पिछले 1 सप्ताह से बीमार चल रहा था। उसकी किडनी में इंफेक्शन हो गया था। इसके बाद बरेली, चेन्नई और गुजरात के विशेषज्ञ डॉक्टरों के गाइडेंस से उसका इलाज किया जा रहा था, लेकिन बुधवार सुबह इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। एशियाटिक शेर जीएस को जू एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जोधपुर के माचिया बायोलॉजिकल पार्क से इसी साल 8 फरवरी को जयपुर लाया गया था। इसके बाद से जीएस जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क की शान बन गया था। जयपुर के सीनियर वेटरनरी डॉक्टर अरविंद माथुर ने बताया कि शेर जीएस पिछले कुछ समय से किडनी में इंफेक्शन के कारण बीमार चल रहा था। इसके बाद बरेली के आईवीआरआई, चेन्नई जू और गुजरात के लॉयन वन्यजीव विशेषज्ञों के दिशा निर्देश से लगातार जीएस का इलाज जारी था। बीते 24 घंटो में उसकी सेहत में सुधार भी हुआ था, लेकिन बुधवार सुबह उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और उसने दम थोड़ दिया। नाहरगढ़ जैविक उद्यान के क्षेत्रीय वन अधिकारी नितिन शर्मा ने बयान जारी कर बताया कि लॉयन सफारी में रहवास कर रहा एक नर शेर (जी.एस.) जो कि करीब 6 महीने पहले माचिया पार्क जोधपुर से लाया गया था। बुधवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शेर पिछले 8-10 दिनों से बीमार चल रहा था, जिसका इलाज पॉलीक्लिनिक पांच बत्ती की ओर से गठित मेडिकल बोर्ड के डॉक्टर्स द्वारा किया जा रहा था। इलाज के दौरान बोर्ड के डॉक्टर्स द्वारा डब्ल्यूआईआई, आईवीआरआई, चैन्नई जू और गुजरात के लॉयन वन्यजीव अनुभवी विशेषज्ञों की सलाह लेकर इलाज किया जा रहा था। पिछले 2-3 दिनों से शेर का स्वास्थ्य भी सामान्य नजर आ रहा था, जिसके सैंपल भी आईवीआरआई बरेली जांच के लिए भेजे गए थे, उनमें भी सुधार दिखाई दे रहा था, लेकिन आज सुबह अचानक नर शेर की मौत हो गई। मृत वन्यजीव का शव परीक्षण गठित मेडिकल बोर्ड ने अधिकारियों के सामने किया।

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