नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि नोटबंदी के कारण आतंकवादियों के हौंसले पस्त होते जा रहे हैं बिना पैसे के उन्हें अपने कूकृत्य अंजाम देने में काफी कठिनाईयों का समना करना पड़ रहा है। नोटबंदी के कारण उनकी फंडिग एकदम बंद सी हो गई है। जम्मू एवं कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं की संख्या पिछले कुछ महीनों में घट गई है। उन्होंने कहा, पिछले कुछ महीनों में, सुरक्षा बल हावी रहे हैं। लोकसभा में अनुदान की पूरक मांग पर बहस का जवाब देते हुए जेटली ने कहा, 2008 से 2010 तक हमने सड़कों पर हजारों पत्थरबाज देखे। पिछले कुछ महीनों में सड़कों पर 25-50 या 100 से ज्यादा पत्थरबाज नहीं देखने को मिला है।

इसका प्रमुख कारण यह है कि आतंकवादियों का वित्तपोषण घट गया है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के परिणामस्वरूप, आतंकवादी बैंकों से पैसे लूटने को मजबूर हुए। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के निवासी संदीप शर्मा, जिसे दक्षिण कश्मीर में लश्करे तैयबा मॉड्यूल के सदस्य के रूप में गिरफ्तार किया गया था जो एक वेल्डर था और आतंकवादियों के लिए बैंक के लॉकर्स खोलता था। उन्होंने कहा, आतंकवादियों को धन की कमी नोटबंदी का प्रत्यक्ष परिणाम है।

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