जयपुर। बिजली दरों में बेतहाशा बढ़ोतरी समेत किसानों से जुड़ी जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश भर के किसान जयपुर में धरना-प्रदर्शन करेंगे। दो मार्च को प्रदेश भर के किसानों ने जयपुर कूच का ऐलान किया है। मंगलवार को अखिल भारतीय किसान सभा की राज्य-कमेटी की आपात बैठक में यह फैसला किया गया। कमेटी के राज्याध्यक्ष पूर्व विधायक पेमाराम की अध्यक्षता में जयपुर कार्यालय में हुई बैठक में बताया कि भाजपा सरकार किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है, बल्कि उन पर तरह-तरह के फैसले लागू कर किसान, किसानी को खत्म करने में लगी है। किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमराराम, राज्याध्यक्ष पेमाराम तथा राज्य महासचिव छगन चैधरी ने बताया कि राज्य-सरकार द्वारा बिजली की दरों में की गई अन्यायपूर्ण तथा गैर जरूरी बढोतरी के खिलाफ राज्य के किसानों में भारी रोष है। इसकी अभिव्यक्ति राज्य के विभिन्न हिस्सों में किसानों की बड़ी-बडी विरोध कार्यवाहियों के रूप में दिखाई दे रही है। पहले 16 जनवरी को राज्य भर के सहायक अभियंता कार्यालयों पर प्रदर्शन एवं घेराव में पूरे राज्य में हजारों किसानों ने भागीदारी की। 27 जनवरी को नागौर, 30 जनवरी को बीदासर (चूरू), 2 फरवरी सीकर, 3 फरवरी को झुन्झुनू, 8 फरवरी को निवाई (टोंक), 9 फरवरी को चूरू, 10 फरवरी को बीकानेर, 17 फरवरी को उदयपुर व हनुमानगढ़ आदि जिलों में सम्पन्न हो चुकी अथवा होने जा रही विरोध कार्यवाहियों में लाखों किसानों की भागीदारी से किसानों में व्याप्त भारी रोष की अभिव्यक्ति हो रही है। बिजली की दरों में की गई बढ़ोतरी से किसान बर्बाद होने के कगार पर है, परन्तु राज्य की तानाशाह भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा किसानों की इस जायज मांग को मानने तथा बिजली की बढ़ी हुई दरों को वापस लेने से इन्कार कर दिया है। सरकार को किसान विरोधी नीतियों के लिये सबक सिखाने का फैसला लिया है। इसके लिए अखिल भारतीय किसान सभा की राज्य कमेटी ने आगामी विधानसभा के बजट सत्र के दौरान 2 मार्च को जयपुर कूच करने को ऐलान किया है, इस जयपुर कूच में पूरे राज्य से लाखों बिजली उपभोक्ता, किसानों तथा आम जनता के हिस्सा लेने की सम्भावना है। किसान सभा इस कूच के साथ बिजली की बढी दरे वापस लेने के लिये सरकार को बाध्य करने के लिये आर पार की लडाई छेड़ेगे।

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