नोएडा। सोशल ट्रेड के नाम पर अरबपतियों की श्रेणी में आया महाठग अनुभव मित्तल सरकारी रिकॉर्ड में तो कर्जे में डूबा था। इनकम टैक्स से बचने के लिए उसने आईटी डिपॉर्टमेंट को जो ऑडिट रिपोर्ट सौंपी। उससे यही निकल कर सामने आया। अनुभव मित्तल ने इनकम टैक्स से बचने के लिए कंपनी को मिले राजस्व से ज्यादा तो खर्चा होना बता दिया। जिससे यह पता लग सके कि उसकी कंपनी मुनाफे की जगह घाटे में ही चल रही है। यही वजह रही कि 3700 करोड़ रुपए का यह घपला खुला तो इनकम टैक्स डिपॉर्टमेंट खुद सकते में आ गया। फिलहाल अनुभव मित्तल 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है। जिसे प्रवर्तन निदेशालय जल्द प्रोडक्शन वारंट पर लेने की तैयारी में जुटी हुई है। इसको लेकर कोर्ट में सुनवाई भी हुई। वहीं कंपनी में 50 फीसदी की हिस्सेदार अनुभव की पत्नी आयुषी मित्तल से पूछताछ के लिए पुलिस ने नोटिस जारी किया। आयुषी मित्तल भी मामला सामने आने के बाद भूमिगत हो गई है।
उधर, अनुभव मित्तल ने इनकम टैक्स डिपॉर्टमेंट की आंखों मे धूल झौंकने के लिए जो रिपोर्ट पेश की उसमें बताया कि कंपनी को 26. 37 करोड़ का राजस्व मिला। इस दरम्यान कंपनी का कुल खर्चा ही 30. 69 करोड़ से ज्यादा बताया। कंपनी ने जो घाटा दर्शाया वह 4.32 करोड़ के करीब रहा। जिससे कंपनी दिवालिया साबित होने की स्थिति में आ गई। बाद में अनुभव मित्तल ने वर्ष 2015 के अगस्त माह में सोशल ट्रेड का काम शुरू किया। इस कंपनी की वित्तीय वर्ष 2015-16 की बैलेंस शीट जो दी उसमें कंपनी सदस्यों की संख्या कुछ ही हजार रही। जुलाई में संख्या तेजी से बढ़ी तो 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद यह आंकड़ा लाखों में पहुंच गया। जांच एजेंसियां अब यह भी पता लगा रही है कि आखिरकार निवेशकों का पैसा कहां-कहां निवेश किया गया।

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