जयपुर। राजस्थान में सीएम के तौर पर अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट को बनाए जाने की घोषणा हो चुकी है। वे दोनों सोमवार को शपथ भी ले लेंगे, साथ ही इनके साथ कुछ सीनियर्स विधायक भी मंत्री पद की शपथ लेंगे या नहीं, यह फिलहाल कोई सूचना नहीं आई है, लेकिन सीएम और डिप्टी सीएम ने अपने केबिनेट में अपने मनपसंद के सिपह सलाहकारों को लेने के लिए कवायद जरुर शुरु कर दी है। इस कवायद में फिलहाल उन सीनियर्स के नाम ही सबसे ऊपर है, जो प्रदेश की राजनीति में दखल रखते हैं और जिनकी जातिगत व क्षेत्र में गहरी पकड़ है। इन्हें ही केबिनेट मंत्री का दजा मिल सकता है। केबिनेट में तीस मंत्री हो सकते हैं। ऐसे में शुरुआत में दस से पन्द्रह मंत्री बनाए जा सकते हैं और लोकसभा चुनाव के बाद मंत्रिमण्डल का विस्तार में शेष विधायकों का नंबर आ सकता है। अपने सिपह सलाहकारों के लिए अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने कवायद शुरु कर दी। साथ ही मंत्री पद चाहने वाले विधायकों ने भी दोनों ही नेताओं के सामने लॉबिंग शुरु कर दी है। वे सभी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, प्रदेश प्रभारी से भी संपर्क साधे हुए हैं। हालांकि यह भी चर्चा है कि लोकसभा चुुनाव तक दस से पन्द्रह ही मंत्री बनाए जा सकते हैं, जिससे कोई विवाद सामने ना आ सके। लोकसभा चुनाव के बाद मंत्रिमण्डल विस्तार में दूसरे विधायकों का नंबर आ सकता है। बोर्ड में नियुक्ति व संसदीय सचिव बनाकर भी विधायकों को संतुष्ठ किया जाएगा। फिलहाल पूरा जोर सोमवार के शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने पर है। इस समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, यूपीए घटक दल के प्रमुख नेता और सीएम आने की संभावना है।

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