राजस्थान में कोरोना केस रोज तेजी से बढ़ रहे हैं। मौतें भी बढ़ रही है। गुरुवार को ही राजस्थान में चौदह हजार केस सामने आए हैं और 13 मौतें हुई है। बुधवार को बारह मौतें कोरोना से हुई। शहरों के साथ गांवों व ढाणी में भी कोरोा केस बढ़ रहे हैं। बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं। केस घटने के बजाय रोज बढ़ रहे हैं, हालांकि मरीज तेजी से ठीक भी हो रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच गुरुवार को राज्य सरकार ने नई गाइड लाइन जारी की है, जिसमें शादियों में मेहमानों की संख्या पचास से बढ़ाकर एक सौ कर दी है। वहीं वीकेंड कफ्र्यू भी केवल शहरी सीमा तक रहेगा। बाइस दिन में सरकार ने छठीं गाइड लाइन जारी की है। हर गाइड लाइन में कोरोना केसों को देखते हुए सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कई पाबंदियां लगाई है। लेकिन छठी गाइड लाइन में सरकार ने पाबंदियों पर रियायत देते हुए मेहमानों की संख्या दुगुनी कर दी है। एक सौ की संख्या में बैण्ड बाजों को अलग रखा गया है। शहरी और ग्रामीण में यह व्यवस्था की गई है। नई व्यवस्था 24 जनवरी से लागू होगी। शादी समारोह में छूट देने के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि इससे शादी ब्याह से जुड़े काम धंधों पर विपरीत असर पड़ा है। शादी सीजन शुरु होने पर भी बेकारी छाई हुई है। लोगों ने मैरिज गार्डन, होटलों में बुकिंग रद्द कर दी थी। मेहमानों की संख्या पचास करने से टेंट, हलवाई, बैंड बाजा, गार्डन-होटल आदि से जुड़े व्यवसायों पर असर पड़ा है। इसे देखते हुए सरकार ने नई गाइड लाइन जारी करके पाबंदियों पर छूट दे दी। कोरोना केस के बढ़ते मामलों और मौतों को देखते हुए छूट देना उचित निर्णय नहीं है। इससे संक्रमण तेजी से फैलेगा। वैसे भी शादियों में तय सीमा से दो से पांच गुणा तक मेहमान पहुंच रहे हैं। यह जरुर है कि होटलों, मैरिज गार्डन के बजाय लोग घरों और सामुदायिक भवनों, छोटे होटलों में शादी समारोह कर रहे हैं। यह सही भी है। क्योंकि मेहमानों में छूट मिलते ही फिर से मैरिज गार्डनों, होटलों में बुकिंग होने लगेगी। लोग का आना-जाना बढ़ेगा। ऐसे में संक्रमण फिर से बढ़ेगा। ऐसे समय रोजगार के बजाय लोगों की जीवन सुरक्षा पर ध्यान देना जरुरी है। पचास की संख्या में भी खाना, टैण्ट, बैण्ड बाजा व दूसरे इंतजाम वर-वधु पक्ष द्वारा किए जा रहे हैं। यह जरुर है कि पहले यह थोड़े बडे स्तर पर होते थे। अब लिमिट में होते है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार को अभी छूट देना उचित नहीं है। ऐसे समय में तो कोविड नियमों में सख्ती से पालना की जरुरत है। ओमीक्रॉन के हल्के लक्षण को देखते हुए लोगों में भय कम है और इसे हल्के में ले रहे हैं। मास्क लगाने, दो गज दूरी जैसे जरुरी नियमों की पालना तक लोग करते नहीं दिख रहे हैं। ऐसे माहौल में मेहमानों की संख्या दुगुनी करने से फिर से लोग लापरवाही बरतेंगे। इससे यह संक्रमण बढ़ेगा ही, जबकि जरुरत इस पर नियंत्रण की होनी चाहिए।

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