नयी दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज आतंकवाद को ‘इस्लाम और इंसानियत का सबसे बड़ा दुश्मन’ करार देते हुए कहा कि शांति, सौहार्द और एकता भारत के डीएनए में है इसलिए आतंकी मंसूबे रखने वाली ताकतें यहां कभी सफल नहीं हो सकतीं। ईरानी धर्मगुरुओं हुज्जतुल इस्लाम मोहसिन गोमी और अबूजर इब्राहीमी तुर्कमान के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात के दौरान नकवी ने यह भी कहा कि आतंकवाद का सफाया करने में भारत और ईरान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। नकवी ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी है।
उन्होंने कहा, ‘‘ शांति, एकता, सौहार्द भारत के डीएनए में है। भारत की इसी ताकत के चलते शैतानी शक्तियां यहां कभी सफल नहीं हो सकती हैं।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘इस्लाम को आतंकवाद का सुरक्षा कवच बनाने की साजिश में लगे हुए तत्वों को हमें मिल कर परास्त करना होगा।’’ नकवी ने कहा, ‘‘भारत और ईरान के सम्बन्ध बहुत पुराने हैं, मजबूत हैं। पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ईरान यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाई मिली है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद इस्लाम और इंसानियत का सबसे बड़ा दुश्मन है। हमें मिलकर इन शैतानी ताकतों का सफाया करना है। भारत और ईरान इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।’’ नकवी के साथ मुलाकात के दौरान ईरानी प्रतिनिधिमंडल ने भारत की शांति, सौहार्द की ताकत एवं अनेकता में एकता की सांझी विरासत को पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बताया।