नई दिल्ली। पीलीभीत-टनकपुर के बीच निर्माणाधीन ब्राडगेज लाइन के बीच मंगलवार को एक बड़ा रेल हादसा उस समय टल गया। जब टनकपुर रेलवे स्टेशन से मालगाड़ी के 8 डिब्बे बगैर इंजन के ट्रैक पर दौड़ पड़े। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई व्यक्ति या यात्री वाहन की चपेट में नहीं आए, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि बनबसा के पास बोगियों की चपेट में आने से 4 बकरियों की मौत हो गई।

प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि गिट्टी भरने के लिए लाई गई जेसीबी का धक्का लगने से बोगियां ट्रैक पर दौड़ी। जानकारी के अनुसार पीलीभीत-टनकपुर के बीच निर्माणाधीन ब्राडगेज लाइन पर गिट्टी बिछाने के लिए टनकपुर स्टेशन पर मालगाडिय़ा खड़ी थीं। सुबह 10 बजे करीब 8 बोयिों में गिट्टी भरी जा रही थी। तभी झटका लगा तो बिना इंजन खड़ी ये बोगियां ट्रैक पर दौड़ पड़ी। हालांकि रेलकर्मियों ने मनिहारगोठ क्रासिंग तक बोगियों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रयास सफल नहीं हुए तो बनबसा, चयकरपुर व खटीमा रेलवे स्टेशनों के साथ क्रासिंग स्थलों पर तैनात कर्मचारियों को इसकी सूचना देकर सुरक्षात्मक उपाय करने के निर्देश दिए गए।

-तीन लाइनें टूटी, ट्रैक्र के परखच्चे उड़े
सूचना मिलने पर खटीमा स्टेशन पर डिपट्राली में 6 लाइन लादकर ट्रैक पर खड़ा कर दिया। यहां मालगाड़ी के डिब्बे पूरी तेजी से डिपट्राली से टकराए। जिससे जोरदार धमाका हुआ। इस टक्कर के बाद डिब्बों की गति कम होने और लगी और 100 मीटर आगे खेतलसंडा क्रासिंग से पहले डिब्बे रुक गए। इस टक्कर से 3 लाइनें टूट गईं तो डिपट्राली और ट्रैक्टर के परखचे उड़ गए। सूचना पर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना के कारणों की जांच में जुट गए। प्रारंभिक तौर पर रेलवे की निर्माण इकाई के सीनियर सेक्शन इंजीनियर पीलीभीत की लापरवाही सामने आई है। जिस पर गाज गिरना लगभग तय माना जा रहा है।

LEAVE A REPLY