Deepawali festival-lord Lakshmi Pujaan
Deepawali festival-lord Lakshmi Pujaan

जयपुर। दीपोत्सव के पांच दिनी महापर्व के तहत गुरुवार को दीपो का पर्व दीपावली मनाई जाएगी। मां लक्ष्मी के पूजन के लिए घर, प्रतिष्ठान और बाजार रोशनी और सजावट से जगमगा गए हैं। मां लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त शाम 7.34 से 7.47 मिनट का बताया है। इस समय प्रदोषकाल के साथ स्थिर वृष लग्न व कुंभ का स्थिर, नवमांश तीनों रहेंगे। यह मुहूर्त बड़ा फलदायी और शुभ है। इस समय मां लक्ष्मी, गणेशजी और मां सरस्वती की पूजा अर्चना से घर-परिवार में धन-धान्य की कृपा रहेगी और सुख-शांति रहेगी।

ऐसे करें महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना
मां लक्ष्मी, भगवान गणेशजी और मां सरस्वती की पूजा अर्चना के अपने नियम है। नियमानुसार पूजा अर्चना से मां का आशीर्वाद बना रहता है। पूजा के समय पूर्व या पश्चिम में मुंह करके बैठे। लक्ष्मीजी का चित्र सामने रखे। लाल, सफेद या पीले वस्त्र पर पाट पर बिछाकर हल्दी से स्वस्तिक बनाएं। चावल व पुष्प दल बिछाकर लक्ष्मीजी की स्थापना करें। लक्ष्मीजी के आगे गणेशजी की प्रतिया सुपारी रखें। लक्ष्मीजी की दाहिनी ओर कुबेर और बायीं ओर मां सरस्वती की स्थापना की जाए। घी की बत्ती से मां लक्ष्मी की आरती की जाए। घर के अंदर और बाहर दीये जलाए। अपने पितरों व देवी-देवताओं का स्मरण करें और वहां भी दीये जलाए।

– ये भी है श्रेष्ठ मुहूर्त
चौघडिय़ा के मुताबिक मां लक्ष्मी का मुहूर्त
शुभ- सुबह 6.34 से 7.58 -विद्यार्थी वर्ग
लाभ- दोपहर 12.12 से 01.36- व्यापारी वर्ग
अमृत- दोपहर 01.36 से 03.02- डॉक्टर व पेशेवर
शुभ- शाम 4.27 से 05.50- कृषक व व्यापारी
अमृत-शाम 5.51 से 07.21-गृहस्थ, कृषक व व्यापारी
चर-रात 7.22 से 08.52- ट्रांसपोर्ट व्यापारी
लाभ- रात 12.11 से 01.41- व्यापारी वर्ग
– लग्न के अनुसार सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
प्रदोष काल- शाम 5.50 से 8.23
वृषभ लग्न- रात 7.22 से 9.19
सिंह लग्न- रात 1.52 से 04.08

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