जयपुर. कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ और दिल्ली में कांग्रेस नेताओं को पार्टी दफ्तर नहीं जाने देने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र और बीजेपी को फिर निशाने पर लिया है। गहलोत ने कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि कांग्रेस हेडक्वार्टर में हमारे नेताओं की एंट्री रोक दी गई है। इनकी इतनी हिम्मत कैसे हो रही है कि ये हमें और हमारे नेताओं को हेडक्वार्टर में नहीं जाने दे रहे। यह दुस्साहस इन्हें भारी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पता नहीं दिल्ली पुलिस कमिश्नर काे कौन गाइड कर रहा है कि कांग्रेस हेडक्वार्टर पर एंट्री बंद करवा दी। इसका माकूल जवाब दिया जाएगा। गहलोत दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
गहलोत ने कहा देश का यह सीन काले अध्याय के रूप में लिखा जाएगा। एआईसीसी में हमारे महासचिव नहीं घुस सकते। देश के इतिहास में कभी किसी राजनीतिक दल के दफ्तर में आने से कभी किसी को नहीं रोका गया। हमारे नेता दिल्ली आ रहे हैं तो रास्ते में गिरफ्तार किया जा रहा है। हमने सीबीआई, सीबीडीटी, ईडी प्रमुखों से मिलने का वक्त मांगा, लेकिन मिलने का समय नहीं दिया। गहलोत ने कहा कांग्रेस राज में बीजेपी नेता कलेक्टर, कमिश्नर से लेकर वरिष्ठ अफसरों से टाइम मांगते थे तो टाइम मिलता था। यहां तो कोई मिलने को तैयार नहीं हो रहा है। आगे जरूरत पड़ी तो हम पीएम, राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगेंगे और अपनी बात कहेंगे।
– भारी पड़ेगी यह हरकत
गहलोत ने कहा क्या हो रहा है देश में। ईडी के नोटिस केवल तंग करने के लिए दिए गए हैं। टारगेट करने के लिए नोटिस दिए जा रहे हैं। इंदिरा गांधी को इन्हीं लोगों के दबाव में मोराजी देसाई के गृह मंत्री रहते जेल में डाल दिया गया था। उस वक्त हम सब लोग जेल भरो आंदोलन में जेल गए थे। गहलोत ने कहा बीजेपी को इनकी हरकत भारी पड़ेगी। इनकी अप्रोच को जनता सब समझ चुकी है। ये डेमोक्रेसी को खत्म कर रहे हैं। जब कानून का राज ही खत्म हो जाएगा तो कौन सुरक्षित रहेगा।
– हिंसा की निंदा करें प्रधानमंत्री
गहलोत ने कहा कि आज देश में गली-गली, गांव-गांव में तनाव हो गया है। पता नहीं कब आग लग जाए, चाहे हिंदू हो या मुस्लिम हर कोई इस बात को लेकर डरा हुआ है कि कल क्या हो जाए? इतना भय हो गया है देश में। प्रधानमंत्री से 13 विपक्षी पार्टियों ने मांग की है कि वे देश को संबोधित करें। मैं पीएम मोदी से हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि आप देश को संबोधित करें और हिंसा की निंदा करें। इतना सा करने में मोदी-शाह काे क्या संकोच है?

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