– पूर्व मंत्री गोपाल केसावत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान व महिला सीएम हाउस पहुंचे, समस्याओं के निवारण के लिए बनाई कमेटी
जयपुर। अजमेर रोड पर महापुरा स्थित महेन्द्रा सेज में शामिल कलवाडा गांव के आम रास्ते को रोकने के विरोध में गुस्साए किसान व महिलाएं शुक्रवार को बिना सूचना के ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के राजकीय आवास तक पहुंच गए। पूर्व मंत्री गोपाल केसावत के नेतृत्व में अचानक सैकड़ों की तादाद में लोगों को देख सुरक्षा में लगे पुलिस प्रशासन की नींद उड़ gopal-mahendra-sezगई। इस दौरान ग्रामीणों व पुलिसकर्मियों में हल्की नोंकझोंक भी हुई। केसावत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नाम उनके ओएसडी कृष्णकांत पाठक को एक 21सूत्री ज्ञापन भी दिया और उन्हें महेन्द्रा सेज द्वारा बंद किए जा रहे आम रास्ते होने वाली परेशानियों से अवगत कराया। सीएम हाउस के बाहर प्रतिनिधिमण्डल व महिलाओं के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा धक्का-मुक्की से माहौल गरमा गया था। लोगों ने सरकार व महेन्द्रा सेज के खिलाफ नारेबाजी भी की, हालांकि बाद में आला अफसरों के दखल से मामला शांत हुआ। उधर, ओएसडी ने जेडीसी वैभव गालरिया से दूरभाष पर वार्ता कर मामले में समाधान के आदेश दिए। इसी मामले में जेडीए में जेडीए सचिव के साथ किसानों के प्रतिनिधिमण्डल की बैठक हुई, जिसमें महिन्द्रा सेज के अधिकारी भी मौजूद रहे। मामले को लेकर एक सात सदस्यीय कमेटी का गठन हुआ। कमेटी में गोपाल केसावत, रामदयाल वर्मा, भगवानसहाय चौधरी समेत महिन्द्रा सेज व जेडीए प्रशासन के अफसर शामिल हैं। कमेटी ने लिखित में छह बिन्दुओं पर सहमति हुई, जिन पर कमेटी रिपोर्ट देगी और मामला का समाधान करेगी। प्रतिनिधिमण्डल में राष्ट्रीय संत भजनाराम, रामदयाल वर्मा, रामराय शर्मा, भगवान सहाय चौधरी शामिल थे।
– आम रास्ता बंद कर रहा है सेज
गोपाल केसावत व ग्रामीणों ने बताया कि महिन्द्रा सेज प्रशासन ने कलवाडा ग्राम पंचायत का आम रास्ता तानाशाहीपूर्ण तरीके से बंद किया जा रहा है। इससे हजारों ग्रामीणों का आना-जाना बंद हो जाएगा। ग्राम पंचायत व ग्रामीणों के विरोध भी महेन्द्रा सेज तानाशाही पर उतरा हुआ है। वे रास्ते को बंद करने में आमादा है। अगर रास्ता बंद हुआ तो ग्रामीणों को आना-जाना तो बाधित होगा, साथ ही उन्हें लम्बा चक्कर लगाकर आना-जाना पड़ेगा।
गोपाल केसावत और ग्रामीणों ने चेताया है कि अगर आम रास्ते को बंद करने की कोशिश की गई तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।

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