gurjar aarakshan

जयपुर। लगता है एक बार फिर गुर्जर आरक्षण का जिन्न बोतल से बाहर आ गया है। गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने फिर से गुर्जर आरक्षण आन्दोलन की मशाल अपने हाथ में ले ली है। जिससे राज्य सरकार की टेंशन बढ़ गई है। राजस्थान में पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर अबकी बार, आखिरी बार के नारे के साथ फिर राजमार्गों और रेलवे ट्रैक पर गुर्जर समाज कूच का ऐलान कर दिया है। गुर्जर समाज द्वारा आरक्षण के लिए दी गई समय सीमा खत्म होने के साथ ही किरोड़ी सिंह बैंसला ने रेलवे ट्रेक की तरफ कूच का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि सबसे आगे बैंसला खुद रहेंगे। वहीं युवा सबसे पीछे रहेंगे। शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया जाएगा। जिसे देखते हुए रेलवे ने दिल्ली-मुंबई रेल ट्रेक पर ट्रेनों को रोक दिया है। गौरतलब है कि सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर में चौहानपुरा-मकसूदनपुरा में देवनारायण मंदिर पर महापंचायत के दौरान कूच का ऐलान किया गया। गुर्जर आंदोलन की शुरूआत के साथ ही रेलवे ने दिल्ली से आने वाली ट्रेनों को बयाना में खड़ा कर दिया है।

वहीं सवाई माधोपुर गंगानगर में भी ट्रेनों को आगे जाने से रोक दिया गया है। रेलवे ने इन ट्रेक पर सभी ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया है। आंदोलन से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ चुकी है। गुर्जर समाज के आंदोलन की पदचाप को भांपकर सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किए हैं। राजमार्गों और रेलवे ट्रैक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आंदोलन के मद्देनजर किसी भी संभावना को देखते हुए सीएस डीबी गुप्ता और डीजीपी कपिल गर्ग ने गुरुवार को ही आला अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर ली थी। बैठक में बाहर से फोर्स बुलाने को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। हाई अलर्ट मोड पर आए डीजीपी कपिल गर्ग और मुख्य सचिव डीबी गुप्ता पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रदेशभर में सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजामों के साथ सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। सवाई माधोपुर जिले में सुरक्षा व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए हैं।

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