जयपुर। संसदीय कार्यमंत्री शांति कुमार धारीवाल ने मंगलवार को विधानसभा में गृहमंत्री की ओर से कहा कि विपक्ष द्वारा रीट प्रकरण में एसओजी की जाँच प्रक्रिया की तारीफ की जा चुकी है और जाँच पर कोई आरोप भी नहीं लगाया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का मात्र उद्देश्य रीट भर्ती प्रक्रिया को रोक कर बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय करना है, लेकिन हम इनकी मंशा को पूरा नहीं होने देंगे।
धारीवाल ने शून्यकाल में विपक्ष द्वारा रीट प्रकरण की जाँच सीबीआई से कराने के मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए कहा कि विपक्ष का यह आरोप असत्य है कि केवल जयपुर जिले मेें ही रीट पेपर राजकीय कोषालय में नहीं रखे गये है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जयपुर ही नहीं बल्कि पाँच जिलों में कोषालय एवं उप कोषालय में प्रश्न पत्र नहीं रखे गये थे। उन्होंने कहा कि इनका निर्णय जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया गया था। उन्होंने कहा कि जयपुर जिले में शिक्षा संकुल में रीट पेपर रखने का निर्णय भी जिला कलेक्टर की समिति द्वारा ही लिया गया था। उन्होेंने कहा कि विपक्ष की सरकार के समय तो पेपर निजी स्कूलों में रखे गये थे। उन्होंने बताया कि रीट प्रकरण में एसओजी द्वारा तुरन्त जाँच शुरू की गई और अब तक 39 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के समय में तो जाँच भी नहीं की गई थी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 एवं 2018 में आयोजित रीट भर्ती परीक्षा में पेपर लीक प्रकरण की जाँच ही नहीं की गई थी। श्री धारीवाल ने कहा कि एसओजी द्वारा सही दिशा में सही जाँच की जा रही है।
धारीवाल ने कहा कि रीट प्रकरण जाँच को सीबीआई को देकर विपक्ष प्रदेश में 62 हजार की रीट भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह से बन्द करना चाहते है क्योंकि सीबीआई जाँच में भर्ती प्रक्रिया से सम्बन्धित सारे कार्यालय बन्द कर दिये जायेंगे।

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