जयपुर। पूर्व आईएएस रामखिलाड़ी मीणा के यहां बिजली चोरी पकड़े जाने और उनका बिजली कनेक्शन काटने के मामले को तूल पकड़ता देख अब निगम के अधिकारी मामले में लीपा-पोती करने में जुट गए हैं। यही वजह रही कि निगम के आला अधिकारी इस मामले में विद्युत चोरी को स्वीकारने के बजाय यह कहते रहे कि निगम की विजलेंस टीम तो पूर्व आईएएस के यहां मीटर बदलने गए थी। जबकि सामने यह आ रहा है कि सालभर से रामखिलाड़ी मीणा के घर का विद्युत बिल महज एक हजार रुपए के करीब ही आ रहा था।

सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब सालभर से रामखिलाड़ी मीणा के घर पर विद्युत बिल एक हजार रुपए आ रहा था तो निगम ने उस दरम्यान जांच क्यों नहीं की? इस मामले में खुद रामखिलाड़ी मीणा ने निगम में समय रहते मीटर बदलने के लिए आवेदन क्यों नहीं किया? या फिर खुद निगम की नींद इस मामले में क्यों नहीं टूटी? यदि यह प्रकरण एक आम नागरिक से जुड़ा होता तो निगम खुद उपभोक्ता के यहां दो-तीन माह बाद ही जांच करने पहुंच जाता और उसकी वीसीआर भर दी जाती। मौके का जो वाीडियो वायरल हुआ। उसमें यह साफ देखने को मिल रहा है कैसे रामखिलाड़ी मीणा निगम की दबंग जेईएन संगीता मीणा को अपनी रसूख की धौंस दे रहे थे। हालांकि मामले को तूल पकड़ता देख निगम के अधिकारी यह कह रहे हैं कि इसमें वीसीआर भरने की जरुरत ही नहीं थी क्योंकि विद्युत चोरी पकड़ी ही नहीं गई। केवल मीटर ही बदला गया।

-एसई बोले-मीटर ही बदला था बिजली चोरी तो हुई नहीं
एसई एस.के.माथुर से बात करने पर उन्होंने बताया कि कुछ नहीं मीटर बदलने का काम था जो वो बदलने नहीं दे रहे थे। इसलिए उनका बिजली का कनेक्शन काटना पड़ा। मगर बाद में मीटर बदल दिया गया है।

-एईएन बोले-मीटर बदल दिया ओर क्या
सहायक अभियंता जगतपुरा ने बताया कि कोई बिजली चोरी नहीं हुई है बिजली का मीटर बदलने का काम था जो बदल दिया गया है।
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