विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने सीएम वसुंधरा राजे पर साधा निशाना, कहा एसीबी व दूसरी एजेंसी दबाव में ना करे कोई गलत काम, मेरे घर में मिल जाएंगे गलत कारनामों के दस्तावेज।
जयपुर। भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी ने मंगलवार को मीडिया के सामने नई राजनीतिक दल के संकेत हुए अपनी ही पार्टी की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ निशाना साधते हुए आरोप लगाए कि उनके और उनके परिवार के खिलाफ साजिशें रची जा रही है। झूंठे आरोप लगाए जा रहे हैं और उन झूंठों दस्तावेज के सहारे फंसाने के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। तिवाड़ी ने किसी का नाम लिए बिना कहा, जब से मेरे और परिवार के खिलाफ सरकार के इशारे पर काम करना शुरु किया तो मैंने भी उनके कागज और कारनामे इकट्ठा करना शुरु कर दिए। फिलहाल मेरे पास शुरुआती खेप है, लेकिन मेरे पास मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके बेटे के कारनामों से जुड़े कुछ ऐसे दस्तावेज सामने आए हैं, जिन्हें देखकर मुझे भी एक बार सदमा सा लगा कि कोई व्यक्ति ऐसा भी कर सकता है। तिवाड़ी ने यह भी कहा कि अगर कोई अधिकारी इन दस्तावेज को दबाने की कोशिश कर सकता है, इसलिए इन दस्तावेज के चार सेट करवा रखे हैं और सुरक्षित हाथों में दे रखे हैं, जो समय आने पर इन्हें जनता के सामने ला सके।

-तिवाड़ी ने चेताया, मुझे परेशान किया तो उचित नहीं होगा
प्रेसवार्ता में घनश्याम तिवाड़ी ने यह भी कहा कि मेरे खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए। आरोप लगाने वालों ने षड्यंत्रकारी योजना के तहत मेरी खिलाफ जांच करवाने के लिए जितने सरकारी विभागों में शिकायतें भेज सकते थे, वे भेज दी गई है। उन विभागों ने दबाव में आकर काम करना शुरु कर दिया है। इन्हीं विभागों में एक विभाग है एसीबी(भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो), जो मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अधीन काम करता है। तिवाड़ी ने कहा कि आप समझ सकते हैं कि ये लोग किस तरफ बढ़ रहे हैं और कितना गिर सकते हैं। तिवाड़ी ने अफसरों से कहा कि वे न्यायाचित जांच करें, उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन किसी के प्रभाव या लालच में आकर अवैधानिक काम करके मुझे परेशान करने की कोशिश की तो वह उनके लिए उचित नहीं होगा। मुझे देश की न्याय व्यवस्था पर विश्वास है और देश की न्याय व्यवस्था जिंदा है। कोई गलत काम किया तो वे उन्हें छोडऩे वाले नहीं है और ना ही उनके परिवार वाले। लोकतंत्र में जनता की अदालत भी होती है। राजस्थान की जनता के ऊपर किए गए इनके गम्भीर अपराधों को लेकर जब मैं जनता की अदालत में जाऊँगा तो इनसे जवाब देते नहीं बनेगा। तिवाड़ी ने यह भी कहा कि एक विधायक लोक सेवक की श्रेणी में नहीं आता। पिछले 9 साल से मैं केवल एक सामान्य विधायक हूँ। मंत्री, सरकारी अधिकारी, मुख्यमंत्री लोक सेवक की श्रेणी में आते हैं। जाँच उनकी की जानी चाहिए।

– छह महीने की है सरकार
घनश्याम तिवाड़ी ने मीडिया के सामने यह भी कहा कि राजस्थान की सरकार छह महीने की है। इसलिए अफसरों से कहूंगा कि जो भी वे कुछ करें, वह कानून के दायरे में करें और पूरी तरह से आगे-पीछे का सोच-विचार कर करें। तिवाड़ी ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के द्वारा करवाए जा रहे इस प्रकार के कामों से मैं उत्पीडि़त होने वाला नहीं हूं और ना ही किसी प्रकार से डरने वाला हूं। मैं तब से राजनीति में हूं, जब षड्यंत्र में लगे अफसर जन्में भी नहीं होंगे। मैंने आपातकाल भी देखा और भोगा भी है। मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं, बल्कि सत्य की लड़ाई लडऩे वाला हूं। जो वास्तव में बेईमान है, उनको प्रदेश से भगाकर रहूंगा। मैं ही नहीं, मेरे परिवार के लोग भी इस कार्य में मेरे साथ है। वे भी किसी से डरने वाले नहीं है। अंत तक इनके खिलाफ लड़ेंगे और विजय सत्य की होगी।

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