-अखिल पाराशर

बीजिंग. चीन में एनपीसी (चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा) और सीपीपीसीसी (चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन) का वार्षिक सत्र चल रहा है, जिसमें चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग सहित पार्टी व देश के अनेक नेता देश की हालत सुधारने और प्रगति की राह पर तेज चलने के लिए विचार-विमर्श कर रहे हैं। रविवार को एनपीसी के पूर्णाधिवेशन का उद्घाटन समारोह हुआ जिसमें चीन के प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने सरकारी कार्य रिपोर्ट पेश की और इस साल 2017 में चीन के मुख्य कार्यों पर रोशनी डाली। उन्होंने पिछले एक साल में सरकार के कार्य का सारांश दिया और 2017 वार्षिक सरकारी नीति का रोड मैप बताया। विश्व की दूसरी बड़ी आर्थिक इकाई के रूप में चीन किस तरह विश्व-अर्थतंत्र का नया इंजन बनेगा, चीन में सुधार की नयी उपलब्धियां कैसे हासिल की जाएंगी, ये सब इस सरकारी कार्य रिपोर्ट में मौजूद रहा। चीन की सरकारी कार्य रिपोर्ट की सबसे असरदार बात ये रही कि चीन का आर्थिक और सामाजिक प्रदर्शन अनुमान की तुलना में बेहतर था। साल 2016 में चीन ने विकास के विभिन्न लक्ष्य साकार किये। इस कार्य रिपोर्ट में यह बात निकलकर सामने आयी कि चीन सुधार और खुलेपन, नवाचार, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण पर लगातार ध्यान देता रहा है और आगे भी देता रहेगा। इस कार्य रिपोर्ट में चीन सरकार का आर्थिक विकास, रोज़गार के अवसर बढ़ाने, सृजनता जैसे क्षेत्रों में मौजूद चुनौतियों का मुकाबला करने का दृढ़ संकल्प जाहिर हुआ। मौजूदा समय में वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी के बादल छाए हुए हैं। इसके बावजूद साल 2016 में चीनी अर्थव्यवस्था के विकास में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुईं। जीडीपी की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही। साल 2016 के अंत तक शहरों में बेरोज़गारी दर केवल 4.02 फीसदी रही। यह चीन जैसे बड़े आर्थिक समुदाय के लिए आसान बात नहीं है। चीन की आर्थिक वृद्धि से विश्व आर्थिक विकास में जबरदस्त इजाफा हुआ है। चीन ने पिछले 30 सालों में करोड़ों गरीब लोगों को गरीबी के दलदल से बाहर निकाला है, ये वाकई एक सराहनीय कदम है। गरीबी उन्मूलन के काम ने हर किसी को प्रभावित किया है। चीन पूरे देश में निश्चित परियोजनाएं बनाकर गरीबी मिटाने का अपना संकल्प गहरा रहा है और इसमें कोई दोराय नहीं है कि साल 2020 तक पूरी तरह से गरीबी मिटाने का चीन का लक्ष्य वक्त रहते हासिल हो जाएगा। वहीं, पर्यावरण प्रदूषण के नियंत्रण के संदर्भ में, चीन हमेशा अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। सरकारी कार्य रिपोर्ट में पारिस्थितिकी वातावरण संरक्षण को मज़बूत किये जाने पर बल दिया गया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि साफ-स्वच्छ हवा बनाए रखने और नीले आसमान की रक्षा वाले संघर्ष में जीत हासिल की जाए। इसके अलावा जल-मिट्टी प्रदूषण विरोधी कार्य को मज़बूत बनाने और पारिस्थितिकी संरक्षण व निर्माण को आगे बढ़ाने की बात की गई। इस प्रकार पर्यावरण प्रदूषण के नियंत्रण को लेकर चीन का गंभीर रुख नजर आया।

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की दूरदर्शी बेल्ट और रोड पहल समग्रता, आपसी विश्वास और उभय जीत सहयोग के जरिए चुनौतियों का सामना कर रही वैश्विक अर्थव्यवस्था को अभिनव समाधान प्रदान करता है। इस सरकारी कार्य रिपोर्ट में बेल्ट और रोड पहल के ठोस निर्माण को आगे बढ़ाने, देश में विदेशी पूंजी की वापसी और स्थिरता बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। औद्योगिक उत्पादन, राजकोषीय राजस्व और विदेशी निवेश में वृद्धि हुई है। रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं और औसत आय बढ़ रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा के महत्वपूर्ण सामाजिक क्षेत्रों में भी काफी सुधार देखने को मिला है। अनुमान है कि साल 2017 में चीन सरकार 1.1 करोड़ से ज़्यादा नये रोजगार के अवसर पैदा करेगी, जो पिछले साल की तुलना में 10 लाख अधिक होंगे। इससे जाहिर है कि सरकार रोजगार को खासा महत्व दे रही है। बुनियादी आर्थिक स्थिति और रोजगार की बढ़ती क्षमता को ध्यान में रखते हुए इस लक्ष्य को प्रयास के जरिए साकार किया जा सकेगा। ये संकेत काफी उत्साहजनक हैं और इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इसमें कोई दो राय नहीं कि सरकारी कार्य रिपोर्ट न केवल चीन के लिए एक अच्छी खबर रही, बल्कि दुनिया के लिए भी रही। पूरी उम्मीद है कि चीनी अर्थव्यवस्था स्थिर विकास और सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करना जारी रखेगी।

-लेखक चाइना रेडियो इंटरनेशनल, बीजिंग में पत्रकार हैं।

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