-सरकार के खिलाफ 4 दिनों से धरने पर बैठे किरोड़ीलाल
जयपुर. राजस्थान सरकार के खिलाफ राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा पिछले 4 दिनों से जयपुर के आगरा रोड पर धरने पर बैठे हैं। शुक्रवार को सांसद मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के लाखों युवाओं के साथ धोखा किया है। उन्होंने पेपर लीक प्रकरण में अधिकारियों और नेताओं को क्लीन चिट देकर पुलिस पर दबाव बनाया है। यही कारण है कि इस मामले में पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। सांसद मीणा ने कहा कि राजस्थान में 4 साल में 16 भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। जिससे प्रदेश के 50 लाख से ज्यादा युवाओं के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। वहीं बाहरी राज्यों के बेरोजगार राजस्थान में सरकारी नौकरी लग रहे हैं जिसे राजस्थान के युवाओं का हक छीन रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत युवाओं की परेशानी को भूल सिर्फ अपनी सरकार बचाने में लगे हुए हैं। ऐसे में जब तक प्रदेश के युवाओं की मांगे पूरी नहीं हो जाती है। मैं यही धरने पर बैठा रहूंगा। बता दें कि सांसद किरोड़ी लाल मीणा मंगलवार को हजारों की संख्या में अपने समर्थकों के साथ जयपुर पहुंचे थे। जहां पुलिस ने उन्हें घाट की गुनी टनल से पहले ही रोक लिया था। इसके बाद मीणा अपने समर्थकों के साथ आगरा रोड पर ही धरने पर बैठ गए थे। जहां राजस्थान बीजेपी के आला नेताओं के साथ केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान भी किरोड़ी लाल के समर्थन में धरना देने पहुंचे थे। वहीं लगातार बढ़ते विरोध के बाद गृहराज्य मंत्री राजेंद्र यादव के साथ सरकार के आला अधिकारियों ने मीणा को मनाने के लिए 4 बार बातचीत भी की। लेकिन पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच को लेकर अब तक सहमति नहीं बन पाई है। जिसकी वजह से सांसद मीणा अब भी अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ धरना स्थल पर डटे हुए हैं। रीट, कॉन्स्टेबल, आर ए.एस समेत 16 भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक हुए हैं। जिनसे 50 लाख से ज्यादा युवाओं का भविष्य असमंजस की स्थिति में आ गया है। ऐसे में इन सभी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच करवाई जाए। राजस्थान में सरकारी नौकरियों में बाहरी राज्यों के युवाओं को तरजीह मिल रही है। जिसकी वजह से ही प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार का संकट पैदा हो गया है। ऐसे में प्रदेश में सरकारी नौकरियों में प्रदेश के युवाओं को ही 90% तक आरक्षण दिया जाए। 28000 संविदा कर्मियों को फिर से नौकरी पर बहाल किया जाए। इसके साथ ही सभी सरकारी विभागों में रिक्त चल रहे लाखों पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। राजस्थान में भर्ती परीक्षा के दौरान दूसरे राज्यों की फर्जी डिग्रियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसे रोकने के लिए प्रभावी रणनीति के तहत कार्रवाई की जाए।

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