जयपुर। सीबीआई की ओर से वीडियोकोन कंपनी को अरबों रुपयों के लोन देने के मामले की जांच के बाद आईसीआईसीआई की पूर्व सीईओ चंदा कोचर, उनके पति समेत तीन जनों के खिलाफ मामला दर्ज करने वाले सीबीआई अफसर का तबादला हो गया है। सीबीआई अफसर सुधांशु धर मिश्रा का तबादला कर दिया है, जिससे सोशल मीडिया पर चर्चा है कि चंदा कोचर व उनके पति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के चलते उनका तबादला किया गया है।
हालांकि सीबीआई का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है। किसी भी तरह के दबाव के चलते तबादला नहीं हुआ है। बल्कि इस मामले की खबरें मीडिया में लीक होने और इसमें मिश्रा की संदिग्ध भूमिका सामने आई है, जिसके चलते तबादला किया है। मिश्रा का तबादला सीबाआई की आर्थिक अपराध शाखा रांची में किया है। मिश्रा की जगह विश्वजीत दास को एसपी पद पर लगाया है।
गौरतलब है कि सवा तीन हजार करोड़ रुपए के वीडियोकोन लोन के मामले में वित्तीय अनियमितताओं और गैर कानूनी कृत्यों को देखते हुए चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर, वीडियोकॉन समूह एमडी वेणुगोपाल धूत के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई। इनके ठिकानों पर छापे भी मारे गए। बताया जाता है कि मीडिया में छापे की कार्रवाई लीक होने के चलते मिश्रा का तबादला किया गया है, जबकि चर्चा है कि कोचर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने से उनका तबादला हुआ है।



























