नई दिल्ली। बसपा नेता मुनव्वर हसन ने अपनी गुमशुदा पत्नी व बच्चे की तलाश के लिए जिस खास दोस्त पर ऐतबार किया, जिसके कंधे पर सिर रखकर वह रोया। उसी ने उसके परिवार को मौत के घाट उतार दिया। यही नहीं उसी दोस्त ने इस बसपा नेता को मौत के घाट उतारा दिया। यह सनसनीखेज खुलासा पुलिस की गिरफ्त में आए हत्या के आरोपी बंटी ने किया। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में बंटी ने जो राज खोले व बेहद चौंकाने वाले ही रहे। बसपा नेता मुनव्वर हसन व उसके परिवार को बंटी ने ही मारा। परिवार में मुनव्वर के दो बेटों की लाश को बंटी ने उसके ऑफिस में ही दफना दिया। यह पूरा हत्या इस कदर सफाई से किया गया कि मुनव्वर को इस बात की भनक तक नहीं लगी। जब उसका परिवार गायब हुआ तो खुद मुनव्वर बंटी को साथ लेकर उसे ढूंढऩे में लगा रहा। इस हत्याकांड के पीछे अहम मकसद मुनव्वर की प्रॉपर्टी व अवैध धंधों पर कब्जा करना था। बंटी ने इस हैवानियत भरे षडय़ंत्र की खबर मुनव्वर को अंतिम समय तक नहीं होने दी। वह उसके साथ बेफ्रिक होकर हर दम साथ ही घूमता रहा। बंटी और मुनव्वर के बीच 20 लाख रुपए की राशि को लेकर विवाद हुआ था। इसी के चलते बंटी ने मुनव्वर व उसके परिवार को ठिकाने लगाने की साजिश रच डाली। उसने उनकी हत्या को लेकर बदमाशों को सुपारी दी।
-यूं दिया साजिश को अंजाम
पुलिस ने बताया कि बंटी ने 22 अप्रैल को मुनव्वर की पत्नी सोनिया उर्फ इशरत, दोनों बेटियों आरजू व आरशी को अपनी लग्जरी कार में बैठाकर किसी से मिलाने मेरठ ले गया। जहां पहले ही उनकी हत्या की तांक में बैठे सुपारी किलर ने दौराला में तीनों की गोली मार हत्या कर दी। जब बंटी 23 अप्रैल को वापस आया तो मुनव्वर के दोनों बेटों आकिब व शाकिब ने मां व बहनों के बारे में पूछा। इस पर उसने दोनों को मिलने के बहाने अपने ऑफिस में बुलाया। जब आकिब व शाकिब वहां पहुंचे तो उनकी गलाघोंट कर हत्या कर दी। बाद में दोनों के शव ऑफिस में गडढा खोदकर दफना दिए।

-मुनव्वर के साथ ढूंढऩे भी निकला
पुलिस ने बताया कि बंटी ने 5 लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद मुनव्वर से जेल में मिला और उनके लापता होने की बात कही। इस दौरान वह मुनव्वर को जेल से बाहर निकालने के प्रयास में जुट गया। 17 मई को मुनव्वर जेल से अंतरिम जमानत पर बाहर आया। रात को मुनव्वर बंटी व उसके अन्य साथी दीपक के साथ घर आया। वह उसकी तलाश में जुट गया और पूरी तरह विश्वास जीतकर साथ ही रहा। 18 मई को बुराड़ी थाने में उसकी पत्नी व बच्चों की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई। दूसरी ओर साजिश को अंजाम देने के लिए बंटी एक सुपारी किलर के साथ 13 मई को मुनव्वर के बुराड़ी स्थित घर पर आया और पूरी लोकेशन तलाशी। इस दौरान मकान का गेट खोलने व बंद करने को लेकर बंटी का मकान मालिक फूल सिंह से विवाद भी हुआ तो उसे भी जान से मारने की धमकी दे डाली। फूल सिंह ने पुलिस को बताया कि 20 मई की सुबह पौने सात बजे करीब तीन युवक घर पर आए और मुनव्वर के बुलावे पर आने की बात कही। उसने गेट खोला तो वे सीधे ऊपर चले गए। बाद में फूल सिंह कोर्ट की ओर चले गया। जब लौटा तो पुलिस की पीसीआर वैन पर तैनात कर्मचारियों ने घटना के बारे में बताया। ऊपर गया तो पहली मंजिल पर मुनव्वर की लाश पड़ी थी। उसके सिर में गोली मारी गई थी।

-सर्विलांस से पकड़ गया बंटी
पुलिस ने बताया कि बंटी के बारे में जैसे ही पता चला तो उसका नम्बर सर्विलांस पर डाल दिया गया। बंटी ने अपना फोन चालू किया तो वह पकड़ा गया। जहां सख्ती से पूछताछ की तो उसने एक एक कर सभी हत्याओं का राज खोल दिया।

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