नई दिल्ली। भारत के स्टार मुक्केबाज विजेन्द्र सिंह ने चीन के अपने प्रतिद्वंद्वी जुल्फिकार मैमैतियाली को डब्ल्यूबीओ ऑरियंटल सुपर मिडिलवेट में धूल चटाते हुए खेल भावना का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया। 31 वर्षीय मुक्केबाज विजेन्द्र सिंह ने अपने चीनी प्रतिद्वंद्वी जुल्फिकार को न केवल परास्त किया वरन भारत-चीन सीमा पर शांति के बदले उसे उसका डब्ल्यूबीओ ऑरियंटल सुपर मिडिलवेट लौटाने की पेशकश की।

साथ ही दोनों देशों के बीच शांति कायम रखने की अपील भी की। बीजिंग ओलपिंक खेलों में कांस्य पदक विजेता विजेन्द्र ने दोहरी डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट और डब्ल्यूबीओ ऑरियंटल सुपर मिडिलवेट खिताब मुकाबले में जुल्फिकार को हराकर सभी का दिल जीत लिया। भारत चीन सीमा पर तनाब के बीच विजेन्द्र बोले कि मैं अपना खिताब भारत-चीन मित्रता को समर्पित करता हूं। इसके पीछे वजह है कि सीमा पर तनाव अच्छा नहीं है। सोशल मीडिया के जरिए खबरें देख रहा हूं यह चलता जा रहा है और यह अच्छा नहीं है। यह खिताब लोगों को, शांति के लिए देता हूं, यह मित्रता के लिए है, हिंदी-चीनी भाई-भाई।

-रोमांचक रहा मुकाबला
इससे पहले खेले गए 10 राउंड के इस रोचक मुकाबले में जुल्फिकार मैमैतियाली को 96-93, 95-94, 95-94 से धूल चटा दी और पेशेवर मुक्केबाजी में अपनी जीत का क्रम जारी रखा। बाद में जुल्फिकार खुद विजेन्द्र से गले मिले और अपनी कैप पहनने के लिए दी। जबकि विजेन्दर ने इसके बदल चीनी मुक्केबाज को अपनी बेल्ट देने की पेशकश की। कहा कि मैंने उसकी कैप मांगी और उसने मुझे दे दी। मैं उसे बेल्ट दे देता, लेकिन वह इसे नहीं समझेगा।

-उम्मीद से बेहद ज्यादा करीब रहा मुकाबला
विजेंदर ने स्वीकारा कि उसे मुकाबला इतना करीबी रहने की उम्मीद नहीं थी। यह मुकाबला काफी अच्छा था। मुकाबला इतना लंबा चलेगा मुझे आशा नहीं थी। फिर भी मुकाबला 10 राउंड चला और मजा आ गया। अंत में हमारी जीत हुई, यह अच्छा था।

-जल्द देंगे विश्व चैंपियनशिप की चुनौती
मुकाबला जीतने के बाद विजेन्दर ने कहा कि अब जल्द ही विश्व चैंपियनशिप के लिए चुनौती पेश की जाएगी। अपने समर्थकों और प्रशंसकों से कहा कि मेरे लिए प्रार्थना कीजिए, एक दिन मैं वल्र्ड चैंपियन बनूंगा। आप सभी को आभार जो इस मुकाबले के लिए आए। आपकी मौजूदगी देखकर अच्छा लगा।

LEAVE A REPLY