-91 वर्षीय भक्ति यादव दादी डॉक्टर से नाम से थी मशहूर, बीस साल से नहीं ले रही थी कोई फीस
इंदौर। डॉक्टर दादी के नाम से मशहूर डॉक्टर भक्ति यादव नहीं रही। 91 वर्षीय भक्ति यादव का आज सुबह निधन हो गया। डॉक्टर भक्ति यादव देश की पहली महिला चिकित्सक है, जिसने एक लाख से अधिक महिलाओं की डिलेवरी करवाई। 91 साल की उम्र में भी अपनी क्लिनिक में नि:शुल्क सेवाएं दे रही थी। चिकित्सकीय क्षेत्र में उनकी सेवाओं को देखते हुए भारत सरकार ने जनवरी, 2017 में पदमश्री पुरस्कार से नवाजा था। उनके निधन पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया है। ट्वीट करके मोदी ने कहा कि डॉ.भक्ति यादव का कार्य प्रेरणादायी रहा है।

उनका दुनिया से चले जाना हम सभी के लिए दुखद है। डॉ.भक्ति यादव मध्यप्रदेश की पहली महिला चिकित्सक थी। चिकित्सा सेवा के 64 साल के करियर में एक लाख से अधिक महिलाओं की डिलेवरी करवाई। बुजुर्ग और बीमार होने के बाद भी वह महिलाओं को अपने क्लिनिक पर देखती थी। करीब बीस साल से बिना फीस महिलाओं को चेकअप और परामर्श दे रही थी। डॉ.भक्ति यादव की इन सराहनीय सेवाओं के चलते जनता में वह दादी डॉक्टर के नाम से विख्यात थी। 1952 में भक्ति यादव ने एमबीबीएस डिग्री हासिल की और मध्यप्रदेश की पहली चिकित्सक बनी। तब एक कपड़ा मिल में चलने वाले अस्पताल में अपनी सेवाएं दी। तब वहां बिजली नहीं होती थी। लालटेन और मोमबत्ती के सहारे वह डिलेवरी करवाती थी।

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