चेन्नई। आखिरकार तमिलनाडु में सत्ता की कमान एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला के हाथों मे आ ही गई। शशिकला अब तमिलनाडु की मुख्यमंत्री होंगी। मंगलवार को वह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकती है। रविवार को पार्टी विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री ओ.पनीरसेल्वम ने पद से इस्तीफा दे दिया और विधायकों ने अपना नेता शशिकला चुनते हुए मुख्यमंत्री पद के लिए सहमति दी। पनीरसेल्वम ने इस्तीफा देने के साथ सीएम पद को लेकर शशिकला के नाम की पैरवी की। वहीं पार्टी की तरफ से शशिकला के सीएम बनने को लेकर जानकारी सार्वजनिक कर दी गई। इधर विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शशिकला ने कहा कि तमिलनाडू सरकार ने सदैव जनता के हित और भलाई को लेकर काम किया है। हम अम्मा (जयललिता) के सिद्धातों का अनुसरण करते हुए उनके दिखलाए गए रास्ते पर जनता की सेवा करेंगे। शशिकला तीसरी महिला है, जो तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनेंगी। इससे पहले जानकी रामचंद्रन व उसके बाद जयललिता प्रदेश की सीएम बनी। अब जयललिता की मौत के बाद उनकी सबसे सहयोगी शशिकला सीएम होंगी। वैसे पार्टी में गुटबाजी हावी है। पार्टी दो गुटों में बंटी है। एक गुट तो पीएम नरेंद्र मोदी के पक्ष में है तो दूसरा गुट इसके खिलाफ है। शशिकला के लिए परेशानी की बात यह है कि वो कभी भी सीधे तौर पर राजनीति की खिलाड़ी नहीं रही हैं। कोई चुनाव नहीं लड़ा और पर्दे के पीछे से ही पार्टी को संभालती रही हैं। अब देखना है कि सीएम पद पर रहते हुए किस तरह का शासन वह दे पाती है।

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