जयपुर। संजय लीला भंसाली की पद्मावती फिल्म को लेकर राजस्थान समेत देश में विरोध बढ़ता जा रहा है। जब से फिल्म का घूमर गाना रिलीज हुआ है, तब से विरोध-प्रदर्शन ज्यादा होने लगे हैं। राजपूत समाज रैली निकालकर और फिल्म वितरकों से मिलकर फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने की चेतावनी दे रहे हैं। समाज के नेताओं का आरोप है कि फिल्म में राजपूत समाज की छवि और इतिहास को धूमिल करने का प्रयास किया है। जब तक समाज के प्रतिनिधि और इतिहासकार फिल्म नहीं देख लेते, तब तक इसे प्रदर्शित नहीं होने देंगे। पद्मावती फिल्म को लेकर राजस्थान में जबरदस्त विरोध है। श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी ने चेतावनी दी है कि यह फिल्म राजपूत समाज की छवि के खिलाफ है। इस फिल्म का एक गाना रिलीज किया गया है, जिसमें राजपूत महिलाएं डांस करती दिखाई दी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या राजपूत महिलाएं नाचने-गाने का काम करती थी, जो इस तरह दिखाया जा रहा है। राजपूत महिलाओं ने जौहर किया है, तलवारें लहराई है, ना कि नाच-गान किया। फिल्म राजपूत समाज व महिलाओं पर कुठाराघात कर रही है।
भारतीय और हिन्दू इतिहास पर हमला कर रही है। जब तक समाज और इतिहासकार इसे देखकर ओके नहीं कर देते हैं, तब तक इसे रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। एक मीडिया चैनल में बातचीत के दौरान सुखदेव सिंह गोगामेडी ने आरोप लगाया कि इस फिल्म में भगौड़े आतंकी दाऊद इब्राहिम का पैसा लगा है। हिन्दू समाज की छवि को बिगाड़ने और चोट पहुंचाने के लिए दाऊद इब्राहिम ऐसी फिल्म बनवाता है। संजय लीला भंसाली पहले भी जोधा-अकबर फिल्म के माध्यम से हिन्दू समाज व राजपूत समाज की छवि पर चोट पहुंचा चुके हैं। लेकिन अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस फिल्म और फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। गोगामेडी ने आरोप लगाया कि कई फिल्मों में राजपूत समाज की निहायत गलत छवि बनाकर पेश किया जाता है। राजपूतों को जालिम ठाकुर बताकर, किसानों व जनता पर अत्याचार करते हुए, उनकी जमीनों पर कब्जा करते हुए, औरतों व लड़कियों के साथ प्रताड़ना करते हुए दिखाया जाता है। वे सवाल उठाते है कि क्या राजपूत समाज इस तरह के काम करता था। देश की आन-बान-शान के लिए बलिदान देने वाली राजपूत कौम के लिए सोची-समझी षडयंत्र के तहत गलत फिल्म बनाई जाती है। लेकिन अब ऐसी फिल्म नहीं चलने दी जाएगी। गौरतलब है कि पद्मावती फिल्म में राजपूत समाज और रानी पदमनी की छवि को गलत बताने का आरोप लगाते हुए जयपुर, चित्तौड़गढ़, गुजरात में शूटिंग स्थलों पर तोडफोड हो चुकी है। आमेर महल में शूटिंग के दौरान करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट की।