The second step of the Annapurna kitchen started by the Chief Minister, by feeding the women of Valmiki and Muslim society.

-अन्नपूर्णा रसोई योजना के दूसरे चरण की अजमेर से शुरूआत

अजमेर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने गरीबों और जरूरतमंदों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने के लिए सोमवार को अन्नपूर्णा रसोई योजना के दूसरे चरण की अजमेर से शुरूआत की। उन्होंने सोमवार को अजमेर के विजयलक्ष्मी पार्क में वाल्मिकी एवं मुस्लिम समाज की महिलाओं को अपने हाथ से निवाला खिलाकर इस योजना का श्रीगणेश किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 51 स्मार्ट मोबाइल वैनों को हरी झंडी दिखाकर उन्हें विभिन्न शहरों के लिए रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 13 दिसम्बर तक प्रदेश के सभी 191 स्थानीय निकायों में 500 स्मार्ट मोबाइल वैनों के माध्यम से मात्र 5 रुपये में नाश्ता तथा मात्र 8 रुपये में दोपहर व रात्रि का भोजन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब तक इस योजना में साधारण रसोई वैन के माध्यम से नाश्ता एवं भोजन वितरित किया जा रहा था लेकिन अब स्मार्ट रसोई वैन से भोजन वितरित होगा। उन्होंने कहा कि सभी जरूरतमंदों को पौष्टिक एवं सस्ता भोजन उपलब्ध कराने की देश की इस पहली और अनूठी योजना को हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्य भी लागू कर रहे हैं।

भोजन वितरण से लेकर फीडबैक तक की जानकारी आॅनलाइन
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नपूर्णा रसोई योजना में स्मार्ट किचन स्थापित की जा रही हैं। जहां अधिकतर काम मशीनों के सहयोग से किया जाता है ताकि भोजन की शुद्धता एवं गुणवत्ता बेहतर बनी रहे। अब भोजन बनाने और वितरित करने की जानकारी के साथ लाभार्थी के फीडबैक तक सम्पूर्ण प्रक्रिया आॅनलाइन कर दी गई है। इस मोबाइल वैन से भोजन करने वाला व्यक्ति किसी भी समय वैन पर मौजूद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये खाने की क्वालिटी, वजन तथा अन्य सुविधाओं के बारे में फीडबैक सीधे दे सकेगा। मोबाइल वैन को जीपीएस सिस्टम से जोड़ा गया है, जिससे कि उसकी रीयल टाइम लोकेशन पता चल सके।

भामाशाहों से की सहयोग की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अन्नपूर्णा रसोई योजना के लिये प्रतिवर्ष 325 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। उन्होंने संस्थाओं, दानदाताओं और आमजन से इस योजना के संचालन में सहयोग करने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि डोनेशन के लिये आॅनलाइन व्यवस्था है। भोजन पर होने वाले खर्च की पूरी जानकारी मोबाइल वैन तथा स्थानीय निकाय के कार्यालय में उपलब्ध होगी। कोई भी भामाशाह जन्मदिवस, वर्षगांठ जैसे मौके पर एक दिन, दो सप्ताह, एक महीना, 6 महीना जैसे किसी भी समयावधि के लिये श्रद्धानुसार सहयोग दे सकता है।

सभी विधायकों और मंत्रियों ने सहयोग की घोषणा की
राजे की अपील पर संसदीय सचिव शत्रुघ्न गौत्तम ने घोषणा की कि वे एक वर्ष तक अन्नपूर्णा रसोई योजना में पैसा देकर अपने विधानसभा क्षेत्र केकेड़ी में लोगों को भोजन करवाएंगे। फिर क्या था, शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, महिला एंव बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल, संसदीय सचिव सुरेश रावत और विधायक श्री भागीरथ चौधरी एवं शंकरसिंह रावत ने भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में एक वर्ष तक अन्नपूर्णा रसोई वैनों के जरिये भोजन वितरण के लिये सहयोग राशि देने की घोषणा की। अजमेर के मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ने स्थानीय अस्पताल में मोबाइल भोजन वैन के लिये एक वर्ष और अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा ने 6 माह के लिये सहयोग राशि देने की घोषणा की। वैश्य समाज, अन्य संस्थाओं और भामाशाहों ने भी सहयोग की पेशकश की, जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें स्थानीय निकाय विभाग से अपनी पेशकश दर्ज कराने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अजमेर शहर में 15 हजार अतिरिक्त एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी, जिससे दीपावली के समय पूरा शहर रोशनी से जगमग हो सकेगा। इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी, धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत, स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख सचिव मंजीत सिंह, निदेशक स्वायत्त शासन पवन अरोड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं आमजन उपस्थित थे।

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