नयी दिल्ली। मुंबई से दिल्ली जा रहे जेट एयरवेज के विमान में अपहर्ताओं और एक बम होने की सूचना मिलने के बाद आज उसे आपात स्थिति में अहमदाबाद हवाई अड्डे पर आपात स्थिति में उतारा गया। बम और अपहर्ताओं की सूचना देने वाली एक पर्ची विमान के शौचालय से मिली है। ‘जेट एयरवेज’ के एक प्रवक्ता ने बताया कि विमान संख्या 9डब्ल्यू339 को अहमदाबाद में सुरक्षित उतारा गया। विमान में 115 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। सभी 122 लोगों को विमान से सुरक्षित उतार लिया गया। विमान ने मुंबई से देर रात दो बजकर पचपन मिनट पर उड़ान भरी थी और आज तड़के पौने चार बजे वह अहमदाबाद हवाईअड्डे पर उतरा। बम के खतरे के बारे में जानकारी देते हुए नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि सभी यात्रियों के सामान की तलाशी लेने के बाद कुछ बरामद नहीं हुआ है। उर्दू और अंग्रेजी भाषा में छपे इस पर्चे में लिखा है कि विमान में अपहर्ता सवार हैं और सामान रखने वाले हिस्से में बम रखा हुआ है। विमान को सीधा पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर ले जाया जाए। अधिकारी ने बताया कि यह पर्चा विमान के शौचालय से मिली है।
उन्होंने बताया कि यह संदेश पायलट तक पहुंचा दिया गया, जिसने संभवत: हाईजैक सतर्कता बटन दबा दिया था। इसके बाद विमान को आपात स्थिति में यहां उतारा गया। केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू का कहना है कि ‘जेट एयरवेज’ के मुंबई से दिल्ली जा रहे विमान में सुरक्षा संबंधी खतरे के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की पहचान हो गई है और उसे तत्काल उड़ान के लिए निषिद्ध व्यक्तियों की सूची में डाल दिया जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने व्यक्ति की पहचान जाहिर नहीं की है। राजू ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे बताया गया कि उस व्यक्ति की पहचान हो गई है जो ‘जेट एयरवेज’ के मुंबई से दिल्ली जा रहे विमान 339 में सुरक्षा संबंधी खतरे के लिए जिम्मेदार था।’’ उन्होंने कहा कि वह उस व्यक्ति को तत्काल उड़ान के लिए निषिद्ध लोगों की सूची में डालने का एयरलाइन को सुझाव देते हैं। साथ ही उस पर वैधानिक आपराधिक कार्रवाई भी की जाए। विमानन कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘विमान में सुरक्षा खतरे का पता चलने के बाद तय सुरक्षा नियमों के तहत इमरजेन्सी की घोषणा हुई और विमान का मार्ग अहमदाबाद की ओर बदल दिया गया।’’ अहमदाबाद हवाई अड्डा के निदेशक मनोज गंगल ने बताया कि पायलट के अनुरोध पर विमान को आपात स्थिति में उतरने की अनुमति दी गयी।
गंगल ने कहा, ‘‘पायलट ने एटीसी से आपात स्थिति में विमान को उतारने का अनुरोध किया क्योंकि उसे संदेह था कि विमान में कुछ हाईजैकर्स और विस्फोटक सामग्री है। पुलिस द्वारा विस्तृत जांच के बाद विमान अपने गंतव्य पर रवाना हो गया।’’ सरदारनगर थाने के प्रभारी एच. बी. जाला ने बताया कि बम निरोधक दस्ता और स्थानीय पुलिस ने गहन तलाशी ली लेकिन कोई विस्फोटक नहीं मिला। विमान में सवार पीटीआई संवाददाता राजकुमार लिशेंबा ने बताया कि सभी यात्रियों को विमान से नीचे उतार कर उनकी तलाशी ली गयी। उनकी व्यक्तिगत जानकारी ली गयी, उनकी तस्वीरें उतारी गयीं और पिछली विदेश यात्रा सहित अन्य जानकारी उनसे ली गयी।उन्होंने कहा कि हवाईअड्डे पर छह घंटे से भी ज्यादा वक्त गुजारने के बाद यात्री सुबह करीब साढ़े दस बजे दिल्ली रवाना हुए। उर्दू और अंग्रेजी भाषाओं में लिखे पर्चे को वरिष्ठ अधिकारियों ने दिखाया। पर्चे के अंत में ‘‘अल्लाह महान है’’ लिखा गया था। उसमें लिखा था, ‘‘उड़ान संख्या 9डब्ल्यू339 में हाईजैकर्स सवार हैं और विमान उतरना नहीं चाहिए और उसे सीधे पीओके ले जाया जाये। 12 लोग सवार हैं। अगर आप लैंडिंग गियर लगाते हैं तो लोगों के मौत का शोर सुनेंगे। इसे मजाक ना समझें। सामान रखने वाले हिस्से में बम है और अगर दिल्ली में उतरे तो विस्फोट होगा।’’