जयपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देषभर में कार्यक्रम चल रहे हैं। दूसरी तरफ जयपुर में गांधी के विचारों को प्रसार करने वाली संस्था, समग्र सेवा संघ के कार्यालय परिसर पर तालाबंदी जारी है। गांधी विचार से जुड़ी तमाम संदर्भ सामग्री, प्रदर्षनी आदि तालेबंदी में पड़ी हुई है।

उल्लेखनीय है कि गत वसुंधरा सरकार ने 6 जून 2014 को इस परिसर पर कब्जा कर लिया था। आपको बता दें कि जमीन संस्था की, भवन संस्था का, कार्यक्रम संस्था के। ऐसे किसी संस्था संगठन पर सरकार का कब्जा पूर्णतः अवैध था। मामला कोर्ट तक भी चला गया। वर्तमान राजस्थान सरकार चाहती तो कब्जा हटाने का नया प्रपत्र जारी कर सकती थी। किंतु सरकार ने यह नहीं किया।
सवाई सिंह (राजस्थान समग्र सेवा संघ), रेणुका पामेचा( महिला पुनर्वास समिति), ममता जैतली ( विविधा महिला आलेखन एवं संदर्भ केंद्र), मुकेष गोस्वामी ( सूचना एवं रोजगार का अधिकार अभियान) के अनुसार, एक तरफ तो गांधी जयंती के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं दूसरी तरफ गांधीवादी संस्था पर तालाबंदी राजस्थान के तथाकथित गांधीवादी नेता अशोक गहलोत की दोहरी नीति हम जन संगठनों की समझ से परे हैं।
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के आने के बाद मानवाधिकार व महिला संगठनों को आशा बंधी थी कि इस भवन और उसकी संदर्भ सामग्री मुक्त कर दी जाएगी। किंतु अब हम सब का यह भ्रम टूटता हुआ नजर आ रहा है।
हम जयपुर के संस्था संगठन गांधीवादी संस्था समग्र सेवा संघ की इस तालाबंदी की घोर निंदा करते हैं। हमारी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पुनः मांग है कि इस भवन व गांधी विचार सामग्री को तुरंत मुक्त किया जाए।

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