जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुन्दजई के ट्वीट पर आज टिप्पणी की। राजदूत ने एक भारतीय डॉक्टर के पास जाने का एक मर्मस्पर्शी वर्णन पोस्ट किया था, जिन्होंने उनसे फीस लेने से इनकार कर दिया था जब उन्हें पता चला कि उनका मरीज भारत में अफगानिस्तान का राजदूत है, यह कहते हुए कि वह एक भाई से फीस नहीं लेंगे। ट्वीट हिन्दी में था। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजदूत द्वारा साझा किए गए प्रसंग में भारत-अफगानिस्तान संबंधों की खुशबू की महक है।
प्रधानमंत्री ने उन्हें राजस्थान के हरिपुरा जाने को भी कहा, जहां उन्हें एक समालोचना में आमंत्रित किया गया था और गुजरात के हरिपुरा में भी जिसका अपना इतिहास रहा है।