sanyam lodha
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सिरोही. सिरोही रोड से आरासना, सिरोही, डोडुआ, कालन्द्री, बरलूट, रेवदर व वराडा होकर मारवाडा, बागरा तक जाने वाली रेल लाईन के लिए सर्वे के अनुसार बजट आवंटन को लेकर जिला कांग्रेस 16 मार्च से सिरोही सज्जावाव दरवाजे से हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत करेगी । केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा इस 6 वर्षीय प्रोजेक्ट की शुरूआत चालू वित्तीय वर्ष में बजट जारी कर करना चाहिये था । लेकिन ऐसा नही किया गया और अभी तक आगामी वर्ष के लिए भी बजट का प्रावधान नही किया गया हैं । हस्ताक्षर अभियान की तैयारी बैठक यहां डाक बंगले में पूर्व विधायक संयम लोढा ने की जिसमें तीन दिवसीय अभियान के लिए प्रभारी नियुक्त किये गये हैं एवं कार्य योजना को अंतिम रूप दिया गया ।
बैठक की जानकारी देते हुये बताया कि हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत सज्जावाव दरवाजे पर जिले भर के कांग्रेस कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारी एकत्रित होगें एवं एक रथ पर बडा पर्दा लगाकर उस पर हस्ताक्षर करेगें । तत्पश्चात् रथ शहर के राजमाता धर्मशाला, भटकडा चैराहा, कल्फतूर हाॅटल चैक, दक्षिणी मेघवाल वास, बस स्टेण्ड, अहिंसा सर्कल, हाउसिंग बोर्ड, सरकेएम स्कूल झालरा वाव, बग्गीखाना, नयावास, सारणेश्वर दरवाजा, लुहार समाज मन्दिर, मुख्य बाजार, कुम्हारवाडा, आयुवेर्दिक हाॅस्पीटल चैराहा होकर ताकरीया एवं सरूपविलास इत्यादि स्थानों से होकर गुजरेगा । इस अभियान की तैयारी बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक संयम लोढा ने कहा कि सिरोही की जनता रेल की सुविधा से जुडने के लिए हर संभव प्रयास करेगीं । सिरोही जिला मुख्यालय को रेल लाईन से जुडने के लिए किये गये सर्वे के बाद जो उम्मीद जगी हैं उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि पूरी करे । उन्होने कहा कि इससे पूर्व भी दो बार सर्वे हुये हैं वे ठण्डे बस्ते में डाल दिये गये अब सिरोही जिले के एक-एक व्यक्ति का सपना पूरा हो उसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को इस अभियान से जोडा जायेगा । सर्वे में इस प्रोजेक्ट के लिए 6 वर्ष में कार्य पूरा करने का उल्लेख हैं जो इसी अवधि में पूरा हो जाये उसके लिए जिले में अलख जगायेगें ।
पूर्व विधायक लोढा ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार जनता को लुटने का काम कर रही हैं उन्होने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जागरूक होकर लोगों को बताये कि आज अन्तराष्ट्रीय बाजार में क्रुड आॅयल फिर अपने न्यूनतम भाग की ओर अग्रसर हैं ओर रूपया भी मजबूत हुआ हैं उसके बावजूद जनता को 75 रूपये से अधिक प्रति लीटर पेट्रोल व 65 रूपये प्रति लीटर डीजल के चुकाने पड रहे हैं । इसी प्रकार गैस सिलेण्डर के लिए 747 रूपये देने को मजबूर हैं । वर्तमान सरकार ने पेट्रोल, डीजल और गैस पर एक्साईज व मूल्य वृद्धि के माध्यम से पिछले ढाई वर्ष में 1 लाख 50 हजार रूपये से भी अधिक की राशि जनता की जेब चुस चुकी हैं । लोढा ने कहा कि इन सब के बावजूद रोजगार के आकडे नकारात्मक हैं और अब प्रश्न यह उठता हैं कि आखिर ये पैसा जा कहा रहा हैं ।

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