जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन शुक्रवार को वक्ताओं के विवादित बयान और विचारों ने माहौल में गर्मी ला दी है। फेस्टिवल में फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कोई जरूरी नहीं कि देश का हर इम्पोर्टेंट एसेट एक ही फैमिली के नाम पर हो। देश में और भी ऐसे लोग हैं, जिनका देश व समाज में कंट्रीब्यूशन है। संविधान में बदलाव करके किसी पॉलिटीशियन के नाम पर खास एसेट का नाम रखना बैन कर देना चाहिए। भास्कर भाषा सीरिज के तहत हुए सेशन में ऋषि कपूर अपनी पत्नी नीतू सिंह के साथ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने हाल ही लॉंच हुई अपनी बायोग्राफी खुल्लम खुल्ला के बारे में भी बताया। ऋषि ने कहा कि वे न तो राजनीति में आना चाहते हैं और न ही किसी पार्टी का सपोर्ट व विरोध करते हैं। बल्कि यह मुद्दा देश से जुड़ा हुआ है। इसलिए इन्होंने इसे उठाकर देश को जगाया है। ऋषि कपूर ने दर्शकों के समक्ष सवाल उठाते हुए कहा कि देश में सारे इम्पोर्टेंंट एसेट गांधी परिवार के नाम पर ही होने चाहिए। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल व दूसरे सार्वजनिक स्थलों के नाम एक ही परिवार के नाम पर क्यों होने चाहिए। देश में दूसरे भी तो लोग हैं, जिनका देश की आजादी और विकास में योगदान रहा। जैसे जेआरडी टाटा हैं, लता मंगेशकर। इनका भी कंट्रीब्यूशन है। इन्होंने भी नाम कमाया है। क्या इनके नाम पर एसेट का नाम नहीं होना चाहिए। संविधान में ही बदलाव कर देना चाहिए। देश में कोई इम्पोर्टेंट एसेट किसी राजनेता के नाम पर न हो। गौरतलब है कि पिछले साल भी ऋषि कपूर ने ऐसा ही सवाल उठाया था, जिस पर कांग्रेस ने कड़ा विरोध भी जताया था। ऋषि कपूर ने अपने फिल्म जीवन के बारे में कई खुलासे किए। उन्होंने कहा कि फिल्म दुनिया में पांव रखा तो उस दौर में मेरे सामने कई तूफ ान खड़े थे। अमिताभ बच्चन,धर्मेन्द्र, विनोद खन्ना आदि बड़े सितारे। इस बारे में उन्होंने अपनी बुक में भी खुलासे किए है। बुक के शीर्षक की तर्ज पर ही अपने जीवन के खुल्लम खुल्ला खुलासे किए हैं। उन्होंने अपने जीवन के कई यादगार किस्से भी सुनाए। मेरे नाम जोकर में मिले पुरस्कर के बारे में बताया कि यह पुरस्कार वह (ऋषि) लेकर घर गए थे। तब पिता जी राजकपूर ने कहा कि ये पुरस्कार दादाजी पृथ्वीराज कपूर के पास लेकर जाओ। मैं उनके पास जाकर पुरस्कार दिखाया तो वे उसे लेकर माथे पर रखा। फिर चूमे तो उनकी आंखों में आसूं आ गए। यह देख पिताजी और मेरी आंखें भी नम हो गई। कुछ ऐसे ही किस्से-कहानी ऋषि कपूर के सैशन में चली। दर्शकों ने खूब दाद भी दी।

1 COMMENT

LEAVE A REPLY