Vidhyut Bhawan
जयपुर। विद्युत विभाग के अधिकारी बिजली की छीजत को कम करने का लगातार प्रयास कर  रहे है, इसी संबंध में आये दिन मींिटंग रखकर अधिकारियों को टारगेट दिये जाते रहे है, उसके बाद भी अभी तक छीजत में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आई है। गुरूवार को विद्युत वितरण निगमों के अध्यक्ष श्रीमत पाण्डे ने ग्रामीण क्षेत्रों में सभी आवासों को बिजली योजना मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान की प्रगति की समीक्षा मींटिग की। जिसमें उनके द्वारा विद्युत समस्या और उसके समाधान के संबंध में विभाग को दिषा-निर्देष दिये। उन्होंने कहा ट्रिपिंग बहुत बड़ी समस्या बन गई है। इसे जल्द दूर किया जाना बहुत जरूरी है। इसके लिए ट्रांसफार्मर री-कंडीशनिंग बेहतर किया जाना चाहिए और फीडर वाइज रोड मैप बनाकर कार्य किया जाए तो ट्रिपिंग में कमी आएगी। उन्होंने मार्च 2018 तक 15 प्रतिशत से कम छीजत के लक्ष्य को प्राप्त करने के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए है। पाण्डे गुरूवार को तीनों डिस्कॉम के प्रबंध निदेशकों से वीसी कर रहे थे और मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। जेवीवीएनएल के एमडी आर.जी.गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान में मुख्य कार्य सिंगल फेस थ्री फेस ट्रांसफार्मर्स की री कंडिशनिंग करना है। उनके द्वारा ट्रांसफार्मर री-कंडीशनिंग को बेहतर किये जाने पर जोर दिया साथ ही उनके द्वारा जयपुर डिस्काॅम के अधिकारियों को बिजली छीजत 15 प्रतिषत करने का लक्ष्य दिया। हालांकि इस प्रकार के लक्ष्य विद्युत विभाग के अधिकारियों को लंबे समय से दिये जा रहे है, परन्तु अभी तक इस संबंध में कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पाई है और छीजत लगातार बढ़ रही है, जिसका एक कारण स्टाॅफ की कमी भी बताया जा रहा है।

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