-तबाही का मंजर देखकर वसुंधरा राजे की आंखें भर आईं। उन्होंने पीड़ित परिवारों को गोद लेने की बात कही।
-जनप्रहरी एक्सप्रेस
जोधपुर. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार को जोधपुर के भूंगरा गांव पहुंचीं। यहां 8 दिसंबर को सगत सिंह के घर शादी समारोह में गैस सिलेंडर ब्लास्ट से आग लग गई थी। इस हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। तबाही का मंजर देखकर वसुंधरा राजे की आंखें भर आईं। उन्होंने पीड़ित परिवारों को गोद लेने की बात कही। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार सुबह 8.10 बजे जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचीं थीं। इसके बाद वे 9 बजे सीधे बीएसएफ मुख्यालय गईं, जहां उन्होंने 1971 के युद्ध नायक भैरव सिंह को श्रद्धांजलि दी। वहां से सुबह 9.30 बजे वे भूंगरा गांव के लिए रवाना हो गईं। इस हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सुबह 11 बजे भूंगरा गांव में घटनास्थल पर पहुंचीं। वहां अधजली सुहाग की चूड़ियां, बिखरा हुआ सिंदूर, जला हुआ लहंगा देखकर वे भावुक हो गईं। सुहाग का यह सामान वर पक्ष 8 दिसंबर को वधू के लिए ले जाने वाला था। पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने जब वसुंधरा राजे को खून से सनी दीवारें दिखाईं तो पूर्व सीएम की आंखें भर आईं। उन्होंने कहा ऐसे भयानक मंजर के बारे में सुनने से ही रूह कांप जाती हैं। हे ईश्वर, कभी ऐसा न हो। उन्होंने मीडिया से बातचीत में साफ कहा-प्लीज ऐसे में राजनीति नहीं। इसके बाद वसुंधरा राजे मृतकों के परिजनों से मिलीं। दिवंगतों के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। पीड़ित परिवारों को सांत्वना देते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि ये सब अपने ही थे, जिनके चले जाने का बहुत दुख है। यह एक ऐसा हादसा है जो हमेशा हमारे मन में कांटे की तरह चुभता रहेगा। पूर्व सीएम ने कहा कि जो चले गए वे वापस तो नहीं आ सकते, लेकिन उनके परिजनों को जो गहरे घाव मिले हैं, उन पर हम अपनी सद्भावना का मरहम लगा सकते हैं। उन्होंने कहा इस त्रासदी से आहत सभी परिवारों को में गोद लेती हूं। पूर्व सीएम ने मृतकों के परिजनों, घायलों के भोजन, आवास, बच्चों की शिक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की बात की। 24 परिवार हैं जिनके यहां डेथ हुई है। उन्होंने जोधपुर गैस सिलेंडर ब्लास्ट के प्रभावितों, मृतकों के परिजनों से बात की और डॉक्टर से मरीजों के इलाज के बारे में जानकारी ली। पीड़ित परिवारों की मदद करने का ऐलान भी किया। मीडिया से चर्चा में वसुंधरा ने कहा कि शेरगढ़ के भूंगरा में हुआ हादसा बहुत ही भयानक था। इस हादसे के बाद से ही में पीड़ित परिवार के बीच जाकर संवेदनाएं व्यक्त करना चाहती थी। परिवार की मदद के लिए भूंगरा गांव के पीड़ित परिवारों को गोद लिया है। उन्होंने कहा कि मैंने परिवार से लोगों से कहा कि राजस्थान की जनता ने मुझे बहुत कुछ दिया है। इसलिए मेरी भी जिम्मेदारी बनती है, इन परिवारों की मदद की जाए। क्योंकि ये भी मेरा परिवार है। ऐसे समय में हमें मदद करनी चाहिए फिर हम सरकार में रहें या नहीं रहें। बिना किसी राजनीति के हम कुछ करें। वसुंधरा राजे ने बताया कि उन्होंने पीड़ित परिवारों की मदद के लिए 5 लोगों की एक कमेटी बनाई है। जो पीड़ित परिवार के बीच जाएंगे और पता करने की कोशिश करेंगे कि उनको क्या मदद मिल रही है। इसके अलावा परिवार के लोगों के भोजन व्यवस्था के लिए भी मदद की जाएगी।

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