वाशिंगटन। अमेरिका के एक विशेषज्ञ ने कहा है कि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में भारत तथा चीन के बीच का सीमा विवाद दोनों देशों के बीच युद्ध का कारण बन सकता है। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत-चीन के बीच मौजूदा गतिरोध युद्ध का कारण बन सकता है, अमेरिकन फॉरेन पॉलिसी काउंसिल के जेफ एम.स्मिथ ने कहा, हां, मुझे लगता है और मैं यह हल्के-फुल्के अंदाज में नहीं कह रहा हूं। सीमा से संबंधित मुद्दों के कारण सन् 1962 के युद्ध की ओर इशारा करते हुए स्मिथ ने कहा, दोनों पक्षों ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है, जिससे वापस लौटना मुश्किल है। डोकलाम में चीन, भारत तथा भूटान, तीनों देशों की सीमाएं आकर मिलती हैं और इसका तीनों देशों के लिए रणनीतिक महत्व है। भारतीय सेना ने जून में चीनी सैनिकों द्वारा इस इलाके में सड़क निर्माण पर रोक लगा दी थी, जिसके कारण दोनों देशों के सैनिकों के बीच ठन गई थी। डोकलाम में दोनों देशों के सैनिकों के बीच गतिरोध का यह दूसरा महीना है। चीन ने बार-बार भारत से डोकलाम से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा है। डोकलाम को चीन अपना भूभाग मानता है। भारत ने कहा है कि दोनों देशों के सैनिकों को उस जगह से हटना चाहिए, क्योंकि यह उसके सहयोगी देश भूटान का हिस्सा है। भूटान का चीन के साथ कोई कूटनीतिक संबंध नहीं है। उसने भी डोकलाम में चीन द्वारा सड़क निर्माण का विरोध किया है।

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