Two brothers were robbing the women's chains, today they were robbed, they looted two lakhs of power bikes
26 चैन बरामद, नोटबंदी में भी 20 लाख के नोटों के साथ पकड़ा गया था एक आरोपी
जयपुर। जयपुर पुलिस ने दो ऐसे शातिर चैन स्नेचरों को धरा है, जिन्होंने शहर की कई महिलाओं के गले से सोने की चैन लूटी। दोनों लुटेरे सगे भाई है और महंगी पावर बाइक पर सवार होकर चैन लूटते थे। अब तक वे दर्जनों चैन की लूट को अंजाम दे चुके हैं। ये लूट इन्होंने दो-तीन महीनों के दौरान की। गिरफ्तार दोनों चैन लुटेरे ओमप्रकाश कुमावत और हरिशंकर कुमावत कालवाड रोड झोटवाड़ा के निवासी है। चैन तोड़ने की रैकी के दौरान पुलिस टीम ने दोनों को धरा। उनके पास से देशी कट्टा व 26 सोने की चेन बरामद की है। पूछताछ में तीन दर्जन वारदातों को खुलासा किया गया।
– पावर बाइक से हो जाते थे छू-मंतर
दोनों के पास एक पावर बाइक थी, जो दो लाख रुपए की थी। इस पावर बाइक से दोनों महिलाओं के गले से चैन तोड़ते और देखते ही देखते आंखों से ओझल हो जाते थे। कई बार पुलिस टीम से भी इनका आमना-सामना हुआ, लेकिन पावर बाइक के कारण हमेशा बच निकले। हालांकि चैन लूट वारदात के दौरान वे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गए। पुलिस ने वीडियो फुटेज के माध्यम से इनके बारे में साक्ष्य जुटाए और लूट के तौर-तरीकों पर नजर रखी। महंगी पावर बाइक के खरीदारों की भी जन्मकुण्डली खंगाली गई, जिनके पास झोटवाड़ा और आस-पास के क्षेत्र में ये पावर बाइक थी। वैशाली नगर थानाधिकारी भोपाल सिंह भाटी द्वारा चेन स्नेचरों को पकड़ने के लिए थाने के पुलिस दल को तीन पावर बाईक उपलब्ध करवाई गई तथा लगातार निगरानी जारी रखी गई। दोनों चेन स्नेचर जैसे ही चेन तोडने हेतु वैशालीनगर आए तो टीम के सदस्यों ने सूचना मिलने के बाद इनके पीछे लगे। मुख्य बाजार में चेन तोडने के लिए घुसे तो इनके पीछे कानिस्टेबल महिपाल एवं रणवीर ने गाड़ी आगे लगाकर रोक लिया गया। चेन स्नेचर वहां से बाईक को धक्का देकर भागने लगे जिस पर पीछा कर दूसरी टीम ने उन्हें पकड़ा। उनके पास से एक-एक यामाहा एफ.जेड पावर बाईक 250 सीसी व 150 सीसी जिन पर फर्जी नम्बर प्लेट लगी हुई, एक अन्य फर्जी नम्बर प्लेट, एक देषी कटटा एवं एक जिन्दा कारतूस बरामद किया गया।
नोटबंदी में 20 लाख के साथ पकड़ा गया एक लुटेरा
पुलिस उपायुक्त पश्चिम अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपियों में से ओमप्रकाश कुमावत पूर्व में नोट बन्दी के समय पुलिस थाना शास्त्रीनगर में भी करीब बीस लाख पुरानी मुद्रा के साथ एटीएस द्वारा पकडा जा चुका हैं। उस पर काफी कर्जा हो गया था जिसकी भरपाई करने के लिए उसने चेन स्नेचिंग करना प्रारम्भ कर दिया था। मुल्जिमों ने अब तक वैषालीनगर , झोटवाडा, मुरलीपुरा करधनी,विधाधरनगर एवं जयपुर के विभिन्न इलाकों में करीब तीन दर्जन चेनें तोड़ी हंै।
तरीका ए वारदात
मुल्जिमों ने पूछताछ में बताया कि पूर्व में वारदातें करने के लिए सबसे पहले दो माह पूर्व एक पावर बाईक खरीदी तथा 15-20 दिन पूर्व 250 सीसी की दूसरी पावर बाईक खरीदी, जिससे पुलिस द्वारा पीछा किया जाने पर पकडे नही जा सके, इसके बाद इन्होंने बाजार से 8-10 फर्जी नम्बर प्लेट बनवाई, जिससे यदि पुलिस को गाडी नम्बर भी मिल जाए तो पकड़ा नहीं जा सके। हेलमेट पहन कर वारदात करने आते एवं रैकी करने के बाद उचित समय पाकर चेन तोड़कर स्पीड से भाग जाते थें । चेन तोड़ने के बाद रास्ते में नाकाबन्दी से बचने के लिए हमेशा शर्ट के नीचे टी-शर्ट रखते थे तथा रास्ते मे ही शर्ट उतार लेते एवं रास्ते में ही गाडी के नम्बर प्लेट बदल कर नाकाबन्दी से बच कर निकल जाते थे।

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