नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट का मुस्लिम समाज में ट्रिपल तलाक के मामले में दिए गए ऐतिहासिक फैसले की गूंज पूरे देश में सुनी गई। खासकर मुस्लिम समाज की महिलाओं ने इस फैसले का जबरदस्त स्वागत किया है। कोर्ट ने ट्रिपल तलाक को असंवैधानिक करार देते हुए इस पर रोक लगा दी और केन्द्र सरकार को इस पर कानून बनाने के आदेश दिए हैं। इस फैसले के आते ही मुस्लिम समाज खासकर महिलाओं में उत्साह देखा गया, वहीं मुस्लिम धर्मगुरुओं और मौलानाओं ने इस पर चुप्पी साधी रखी। कुछ ने इसे इस्लाम के खिलाफ बताया।
हालांकि कोर्ट के इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त छाया रहा। हिन्दु, मुस्लिम सभी धर्मों के लोगों ने इसका भरपूर समर्थन किया। इस फैसले को मुस्लिम महिलाओं के स्वाभिमान का प्रतीक बताया। साथ ही उन मुस्लिम महिलाओं की हिम्मत की दाद भी दी, जो ना केवल इसका दंश झेली, बल्कि इसे सुप्रीम कोर्ट और केन्द्र सरकार तक लेकर गई एवं जीत भी हासिल की। उन महिलाओं के साहस को सलाम किया गया। उन्हें कई तरह की उपाधियों व उपमाएं दी गई। किसी ने झांसी की रानी तो किसी ने आधुनिक भारत की सुधारक बताया। सुबह से रात तक सोशल मीडिया पर ट्रिपल तलाक ही छाया रहा। लाखों पोस्ट डाले गए। लाइक किए गए और शेयर भी हुए। पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी फैसले का स्वागत करते हुए ट्वीट किया। दूसरे केबिनेट मंत्रियों े भी फैसले का स्वागत किया।