नई दिल्ली। सीरिया में सरकार द्वारा नागरिकों पर किए गए केमिकल अटैक के बाद सीरियाई वायुसैना के अड्डे पर अमेरिकी मिसाइल हमले ने विश्व जगत में सनसनी फैला दी है। वहीं इस हमले में बाद रुस भी अमेरिका से खफा हो गया। जिससे दोनों देशों के बीच तनाव देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि यूनएओ की सुरक्षा परिषद में अमेरिका व रुस के बीच जमकर टकराव हुआ। अमेरिका ने इस मामले में और अधिक सख्त कार्रवाई की बात कही तो रुस ने इसे अंतराष्ट्रीय कानून का बड़ा उल्लंघन माना। सीरिया मुद्दे को लेकर सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों की हुई आपात बैठक में यूएनओ में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा कि यह हमले पूरी तरह उचित है। सुरक्षा परिषद में इस माह अध्यक्ष बनी हेली ने कहा, जहां से रासायनिक हमले हुए उस स्थान को तबाह करना उचित है। इस सिलसिले में ओर अधिक सख्त कार्रवाई होगी। समय की मांग भी है कि अब सभी सभ्य देश सीरिया की भयावहता को खत्म करें। अमेरिका अब ओर इंतजार नहीं करेगा। ताकि बशर सरकार अब कभी रासायनिक हमले न करे। हेली ने आरोप लगाया कि असद ने जब जब मानवता की सीमा लांघी रुस व ईरान उसके सहयोगी बने। हेली पर प्रतिक्रिया देते हुए यूएनओ में रुस के उप राजदूत व्लादिमीर सैफ्रोंकोव ने अमेरिकी कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे अंतर्राष्ट्रीय अस्थितरता के लिए घातक बताया। ब्रिटेन पर तंज कसते हुए यूनएओ में ब्रिटेन राजदूत मैथ्यू रेक्रॉफ्ट से कहा कि वे रुस के खिलाफ गैर पेशेवर आरोप लगाना बंद करें।

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