Villagers killed 7 people
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झाडखण्ड। झाडख़ण्ड़ के आदिवासी क्षेत्रों में बच्चा चोरी होने और इसके शक में संदिग्ध लोगों पर हमले की घटनाएं बढ़ रही है। ऐसी दो अलग-अलग घटनाओं में बच्चा चोरी के शक में ग्रामीणों ने हमला करके सात लोगों की जान ले ली। यहीं नहीं मौके पर पहुंची पुलिस पर भी धारदार हथियारों से हमला किया। इसमें आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। कई वाहनों को भी फूंक दिया गया। जमशेदपुर के राजनगर थाना क्षेत्र में चार लोगों को तो बागबेड़ा थाना क्षेत्र में तीन जनों को मार डाला। ग्रामीणों ने पारम्परिक हथियारों व पीट-पीटकर इन लोगों की हत्याएं की है। गुरुवार रात को नागाड़ी गांव में एक बच्चा चोरी होने की अफवाह फैल गई। इस अफवाह के चलते सैकड़ों लोग हथियारों के साथ जमा हो गए और बच्चा चोर को पकडऩे निकल पड़े। ग्रामीणों ने तीन जनों को संदिग्ध बच्चा चोर समझकर मारने पीटने लगे। उन्होंने बचने के लिए खूब मन्नतें भी की, लेकिन लोगों ने पीटना बंद नहीं किया। लात-घूंसों के अलावा धारदार हथियारों से भी उन पर हमला किया गया। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। लोगों ने विकास वर्मा, गौतम वर्मा व गंशेश गुप्ता की हत्या कर दी। विकास व गौतम सगे भाई थे। राजनगर में दूसरी घटना सामने आई है, जहां चार लोगों की ग्रामीणों ने हत्या कर दी। लोगों का आरोप है कि शोभापुर गांव में दो कारों में आठ संदिग्ध लोग आए थे। वे बच्चों को उठाने के लिए आए थे। इस अफवाह के चलते सैकड़ों ग्रामीण जमा हो गए और शक के आधार पर मुर्तजा अंसारी के घर के बाहर एकत्र हो गए। चार लोग तो एक कार में भाग गए, लेकिन दूसरी कार में सवार चार लोग आस-पास के क्षेत्र में छिप गए। लोगों ने छिपे लोगों को ढूंढकर ना केवल मारा-पीटा, बल्कि हथियारों से काट डाला। मरने वाले मोहम्मद नईम, सज्जाद, सिराज व अलीम है, जो एक रिश्तेदार के पास आए थे। इन हत्याओं की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस जाप्ता भेजा तो ग्रामीणों ने उन पर भी हमला कर दिया। पुलिस व संदिग्धों के वाहन जला डाले। पूरे क्षेत्र में तनाव फैला हुआ है। बड़ी तादाद में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।

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