जयपुर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए आत्मविश्वास बेहद जरूरी है। बालिकाएं आज प्रत्येक क्षेत्र में परचम फहरा रही हैं। वे अपने भविष्य की स्वयं निर्माता हैं। स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही उन्हें जीवन के प्रति अपना लक्ष्य तय कर लेना चाहिए।शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने शनिवाल अजमेर के राजकीय केन्द्रीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्थानीय, द्रोपदी देवी सांवरमल बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा सिंधी देहलीगेट बालिका विद्यालय की छात्राओं से सीधा संवाद किया।

उन्होंने शिक्षा, राज्य सरकार की विभिन्न योजनाआें, अजमेर शहर में कराए जा रहे विकास कार्यो तथा बालिकाओं की काउंसलिंग आदि विषयों पर छात्राओं से बातचीत की। उन्होेंने न सिर्फ स्वयं अपनी बात रखी बल्कि बालिकाआें के विचारों को भी जाना।उन्होंने विद्यार्थियों के साथ परीक्षा के विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि परीक्षा के दौरान मानसिक तनाव लेने की आवश्यकता नहीं है। सामान्य दिनो की तरह गम्भीरता से विद्यालय आकर परीक्षा देंवे। आत्म विश्वास के साथ परीक्षा देने से अपेक्षाकृत अच्छे अंक प्राप्त होते है। साथ ही अध्ययन के समय एकाग्रचित होकर पढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र प्राप्त होते ही उसको एक बार पढ़ लेना चाहिए। जो प्रश्न सबसे अच्छी तरह आता हो उसे पहले हल करें। इसके पश्चात एक-एक कर अधिकतर प्रश्नों के उत्तर कॉपी में लिख लें। अंत में उन प्रश्नों पर ध्यान केन्द्रीत करें जो कम आते हो।कार्यक्रम में शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने बालिकाओं से कहा कि स्कूल जीवन भविष्य की नींव होता है। हमें अपनी रूचि, क्षमता और संभावनाओं को ध्यान में रखकर भविष्य का लक्ष्य तय कर लेना चाहिए। बालिकाएं झिझक छोड़कर पूरे आत्मविश्वास के साथ अपना पथ चुने और पूरे समर्पण व साहस के साथ लक्ष्य प्राप्ति में जुट जाएं। कोई भी लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नही होता। शिक्षा राज्यमंत्री ने बालिकाओं को राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। छात्राओं से इन विषयों पर उनके सुझाव भी पूछे गए। कार्यक्रम में अतिरिक्त शिक्षा अधिकारी दर्शना शर्मा, प्राचार्य श्रीमती रंजना अग्रवाल, नीलम गुप्ता, मेहुल गर्ग सहित शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

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