जयपुर। सेंट जेवियर स्कूल प्रबंधन ने कहा है कि सुसाइड करने वाले चौदह वर्षीय छात्र नितांत राज लाटा के मामले में गिरफ्तार पीटीआई जियो वर्गीस निर्दोष है। पुलिस ने उसे गलत पकड़ा है। इस संबंध में सेंट जेवियर्स स्कूल नेवटा के शिक्षकों ने शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी को लिखित में बयान दिया है। जिसमें कहा है कि वर्गीस निर्दोष है। उसने नितांत राज को किसी भी तरह की प्रताड़ना नहीं दी है। हालांकि उन्हें भी नितांत की मौत पर गहरा दुख जाहिर किया है, साथ ही कहा है कि नितांत पढ़ाई में एवरेज स्टूडेंट रहा था और हमेशा डिस्ट्रेक्टेड रहा है। जिस दिन नितांत ने सुसाइड किया, उसी सप्ताह उसको काउंसलर द्वारा काउंसलिंग सैशन में शामिल किया था।

स्कूल की तरफ से जारी इस बयान में कहा गया है कि आरोपी पीटीआई निर्दोष हैं। हम सभी दुखी हैं कि विद्यार्थी की आत्महत्या मामले में हमारे सहयोगी जियो वर्गीस पुलिस हिरासत में हैं। छात्र के मानसिक उत्पीड़न का किसी भी प्रकार प्रश्न ही नहीं है। संबंधित पीटीआई द्वारा उस छात्र को भले ही सीधे तौर पर पढ़ाया नहीं जाता था, लेकिन पीटीआई स्कूल की अनुशासनात्मक समिति का सदस्य था। किसी भी छात्र द्वारा क्लास बंक किए हुए पाए जाने पर अन्य स्टाफ सदस्य द्वारा भी उसी अनुशासनात्मक प्रक्रिया का पालन किया जाता, जो पीटीआई वर्गीस द्वारा की गई थी। टीचर्स द्वारा अक्सर इस समस्या का सामना किया जाता है कि जब वे बच्चे को अनुशासित बनाने के लिए जो भी कदम उठाते हैं, उसका पेरेंट्स द्वारा विरोध किया जाता है।

वर्तमान में कोई भी टीचर छात्रों को अनुशासित बनाने में स्वयं को असुरक्षित महसूस करता है। शिक्षकों के लिए अनेक प्रकार की स्क्रूटनी हैं, लेकिन उन्हें बचाने के लिए कोई कानून नहीं है। स्कूल में किसी भी घटना के लिए शिक्षकों को ही दोषी ठहराया जाता है। यदि शिक्षक अपना जीवन एवं कॅरियर ही असुरक्षित महसूस करेंगे तो वे अपने कर्तव्यों का पालन कैसे कर पाएंगे? इसलिए पेरेंट्स को टीचर्स पर पूर्ण विश्वास रखना चाहिए कि वे सदैव उनके बच्चों का भला ही चाहते हैं। गौरतलब है कि नितांत राज ने पीटीआई जियो पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए सुसाइड कर लिया था। नितांत की मां ने पीटीआई पर उनके बेटे को प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए सोढाला थाना पुलिस में रिपोर्ट दी। पुलिस ने पीटीआई जियो को गिरफ्तार किया और वह जेल में है।

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