जयपुर। देश में आध्यात्मिक गुरु के तौर पर पहचान रखने वाले भय्यूजी महाराज ने मंगलवार दोपहर को खुद को गोली मार ली। अस्पताल पहुंचने से पहले इनकी मौत हो गई। भय्यूजी महाराज के सुसाइड की सूचना पर भक्त व लोग सन्न रह गए। पुलिस ने जांच शुरु कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया था, लेकिन इन्होंने ठुकरा दिया था। हर कोई भय्यूजी के गोली मारने की घटना से दुखी है। हर किसी के मन में उलझन भी है, जो दुनिया भर में लोगों को संस्कारित जीवन जीने की सलाह देता रहा है, वो कैसे अपनी जिंदगी को खत्म कर सकता है। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया है।
वे एफएसएल से जांच करवा रहे हैं। भय्यूजी महाराज तब चर्चा में आए थे, जब अन्ना हजारे का अनशन तुडवाने के लिए केन्द्र सरकार ने उन्हें दिल्ली भेजा था। अन्ना ने उनके हाथ से ज्यूस पीकर अनशन तोड़ा था। उनके पीएम नरेन्द्र मोदी, शिवसेना प्रमुख उद्व ठाकरे समेत सभी दलों के प्रमुख नेताओं से ताल्लुकात रहे हैं। वे आध्यात्म में आने से पहले मॉडलिंग किया करते थे। उनका असल नाम उदयसिंह देखमुख है। पहली शादी से एक बेटी है। पहली पत्नी के निधन के बाद पिछले साल ही उन्होंने दूसरी शादी डॉ. आयुषी के साथ की थी। वे हाईप्रोफाइल जिंदगी जीते थे। ब्राण्डेड कंपनियों के कपड़े, घड़ी और गाड़ी इस्तेमाल करते थे।































