BJP's Dalit Politics for the victory of Alwar, Ajmer and Mandalgarh

– मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक मामले में बोले, भाजपा व आरएसएस के खून में ही हिंसा है।
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में हुई चूक को लेकर भाजपा और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी एक दलित है। इसलिए भाजपा पर इन पर टारगेट कर रही है। गहलोत गुरुवार को पीसीसी में प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के साथ मीडिया से बातचीत कर रहे थे। गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के नाम पर भाजपा घृणा का माहौल बना रही है। कांग्रेस एक अहिंसात्मक पार्टी है। भाजपा और आरएसएस के खून में ही हिंसा है। वे हमें पाठ पढ़ा रहे हैं। कांग्रेस ने दो प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी समेत कई नेताओं को खोया है। कांग्रेस इस बात को ज्यादा जानती है। पहली बार पंजाब में आजादी के बाद कोई दलित मुख्यमंत्री बना है। इसका पूरा देश स्वागत कर रहा है। लेकिन सुरक्षा चूक में प्रधानमंत्री सही मैसेज नहीं दे रहे हैं। यह गलत है। गहलोत ने कहा कि यह लड़ाई विचारधारा की है। अगर फिरोजपुर रैली स्थल पर बरसात आने के चलते कुर्सियां खाली थी तो प्रधानमंत्री को इस तरह से माहौल नहीं बनाना चाहिए था। बल्कि रैली को स्थगित कर देना चाहिए था। पंजाब के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि अगर प्रधानमंत्री की जान पर खतरा होगा तो उससे पहले मैं अपनी जान दे दूंगा। ऐसे मुख्यमंत्री पर प्रधानमंत्री और भाजपा के नेताओं का सवाल उठाना गलत है। गौरतलब है कि फिरोजपुर रैली के मार्ग में प्रदर्शनकारी किसानों ने रास्ता अवरुद्ध कर दिया था, जिससे प्रधानमंत्री का काफिला बीस मिनिट तक सड़क पर ही रहा। प्रदर्शनकारी भी उनके काफिले के काफी करीब पहुंच गए थे। इस पर प्रधानमंत्री को वापस बठिंडा एयरपोर्ट लौटना पड़ा। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तंज भरे शब्दों में अधिकारियों को कहा था कि अपने सीएम से कह देना जिंदा वापस आ गया। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को लेकर भाजपा ने पंजाब सरकार समेत कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदर्शन कांग्रेस द्वारा प्रायोजित था।

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