जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में निजी जल स्रोतों के नमूनों की रासायनिक एवं जीवाणु जांच की दर 1 हजार रूपये से घटाकर 600 रूपये किये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
गहलोत के इस निर्णय से पेयजल नमूनों की जांच को प्रोत्साहन मिलेगा और लोगों को स्वच्छ जल आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। उल्लेखनीय है कि पेयजल की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए नमूनों में पीएच के स्तर, एल्कलाइन मात्रा, क्लोराइड, सल्फेट, आयरन, आर्सेनिक, फ्लोराइड, कोलिफॉर्म, ई कोलाई सहित अन्य जीवाणुओं, टीडीएस, गंध तथा रंग आदि की जांच की जाती है।

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