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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रयागराज में 175 किलोमीटर लंबे सीवेज नेटवर्क समेत कई परियोजनाओं की उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं से 7.8 करोड़ लीटर सीवेज सलौरी, कोडरा और पोनघाट स्थित जलशोधन ईकाइयों में पहुंचेगा। पहले यह सीवेज सीधे गंगा के पानी में मिल जाता था। ये परियोजनाऐं राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा कुंभ मेले से पहले गंगा नदी में प्रदूषण कम करने के प्रयासों के अंतर्गत प्रारंभ की गयी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, शहरी विकास मंत्री श्री सुरेश के खन्ना तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री ने स्वच्छ गंगा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया और लोगों को नमामी गंगे कार्यक्रम के तहत प्रारंभ किये गये विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी।

नरेन्द्र मोदी ने गंगा/यमुना क्षेत्र में ‘एक नगर-एक संचालक’ योजना के तहत दो परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं की लागत 767.59 करोड़ रुपये है। परियोजना पीपीपी योजना के अंतर्गत प्रारंभ की गयी हैं और इसमें सीवेज अवसंरचना का 15 वर्षों तक संचालन और रखरखाव आदि शामिल हैं। इन परियोजनाओं में शामिल हैं-सीवेज नेटवर्क की मिलन और विचलन व्यवस्था, 7 सीवेज पम्पिंग स्टेशन और 3 एसटीपी। तीनों एसटीपी की कुल क्षमता 72 एमएलडी प्रतिदिन है। (नैनी-42एमएलडी, फाफामऊ 14 एमएलडी और झूसी 16 एमएलडी) इन परियोजनाओं से गंगा और यमुना के दूसरे किनारों वाले क्षेत्रों सहित प्रयागराज में विस्तृत सीवरेज व्यवस्था संचालित होने लगेगी।

मंजूर की गयी परियोजनाओं में शामिल हैं-904 करोड़ रुपये की लागत से वर्तमान की सीवर शोधन अवसंरचना का संचालन और रखरखाव व पुनरूद्धार। इन पुनरूद्धार परियोजनाओं में शामिल हैं- नैनी, नुमायादही, राजापुर, कोडरा, पोनघाट और सलौरी स्थित 6 एसटीपी जिनकी कुल क्षमता 254 एमएलडी है तथा वर्तमान के 10 सीवेज पम्पिंग स्टेशनों का संचालन और रख-रखाव।
पूर्व में मंजूर की गयी परियोजनाएं नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत 2915.78 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 10 परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है। इससे 779 किलोमीटर लंबे सीवेज नेटवर्क तथा 191एमएलडी की कुल क्षमता वाले 8 एचटीपी का निर्माण किया जाएगा। 2016 में 4 परियोजनाएं पूरी हुईं। इनके अंतर्गत 119 एमएलडी की क्षमता के सीवेज शोधन इकाईयों को निर्माण किया गया तथा 129 किलोमीटर लंबे सीवेज नेटवर्क बिछाये गये। प्रयागराज में ए और बी सीवेज जिलों में 2 परियोजनाएं निर्माण की प्रक्रिया में हैं और मार्च 2019 तक पूरी हो जाएंगी। इन परियोजनाओं के अंतर्गत 456 किलोमीटर लंबे सीवेज नेटवर्क का निर्माण किया जाएगा।

कुंभ मेला
कुंभ मेला 2019 के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के स्वच्छता कार्यक्रमों को समर्थन देते हुए एनएमसीजी ने 27 हजार 500 शौचालयों तथा 20 हजार पेशाब घरों के निर्माण के लिए 113 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की मंजूरी दी है। ‘पेंट माई सिटी’ तथा इस तरह के अन्य कार्यों के लिए 16.68 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि की स्वीकृति दी गयी है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘पेंट माई सिटी’ अभियान की सराहना की तथा इसे कुंभ के दौरान शहर को स्वच्छ रखने के लिए लोगों की भागीदारी सुनिश्चत करने का माध्यम बताया। 16 हजार डस्टबीनों के लिए 3.6 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। 53 नालों के लिए जैव उपचार से संबंधित परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गयी है।

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