लगभग दो महिने चली इंडियन प्रिमियर क्रिकेट लीग का सनराईजर्स की आरसीबी पर जीत के बाद समापन हो गया। इन दो महिनों में कई रिकॉर्ड नए बने, कई पुराने रिकार्ड टूटे, वैसे तो आधुनिक और फटाफट क्रिकेट में बल्लेबाजों को बोलबाला अधिक रहता है मगर इस टूर्नामेंट बॉलरों ने भी कुछ यादगार प्रदर्शन किया है जिसे नजरअंदाज नहीं कया जा सकता है। इस आईपीएल में एक खास ध्यान देने वाली बात यह भी है कि टूर्नामेंट में भाग लेने वाली कुल आठ टीमों में से 7 टीमों के कप्तान भारतीय थे और सिर्फ एक टीम सनराईजर्स हैदराबाद के कप्तान विदेशी थे डेविड वार्नर और उन्हीं की टीम ने इस खिताब को जीता। गौर करने वाली बात यह भी है कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान डेविड वार्नर अकेले अपने दम पर टीम को फाइनल तक लेकर गए जिमसें उन्होंने 17 मैचों में 9 अर्धशकत लगाकर रिकॉर्ड भी बनाया।
रोमांचक फाइनल में डेविड वार्नर की अगुवाई वाली हैदराबाद सनराईजर्स ने बेंगलूरु को आठ रन से पराजित कर खिताब अपने नाम कर लिया। बेंगलूरु टीम तीसरी बार फाइनल में पहुंची थी, लेकिन इस बार भी किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया, वहीं हैदराबाद दूसरी बार आईपीएल चैम्पियन बनी है। उल्लेखनीय है कि 2009 में हैदराबाद की पुरानी टीम फ्रें चाइजी डैक्कन चाजर्स ने यह लीग जीती थी।
वार्नर, युवी व कटिंग ने दिखाया दम टॉस जीतकर हैदराबाद के कप्तान वार्नर ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। वार्नर (69), बेन कटिंग (नाबाद 39) और युवराज सिंह (38) की पारियों से सनराईजर्स ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 208 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में बेंगलूरु की टीम 20 ओवर में सात विकेट खोकर 200 रन ही बना सकी। वार्नर की अगुवाई में हैदराबाद टीम ने गेल व कोहली को पैवेलियन भेज मुकाबले में शानदार वापसी की और खिताब जीतकर ही दम लिया।