वाशिंगटन। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश को भविष्य के खतरे के तौर पर देखा जा रहा है और उसको आतंकवाद के समकक्ष रखा जा रहा है। चीन की स्थिति पर हैरान करने वाला यह आकलन अमेरिका के प्रशांत क्षेत्र के सैन्य कमांडर एडमिरल हैरी हैरिस का है। अमेरिकी सैन्य व्यवस्था में प्रशांत क्षेत्र के अंतर्गत ही दक्षिण चीन सागर और उत्तर कोरिया का आता है, जहां पर आने वाले दिनों टकराव की सबसे ज्यादा आशंका है। एडमिरल हैरिस ने कहा कि भविष्य का सबसे बड़ा खतरा आक्रामक और किसी भी तरह से आगे बढ़ने की इच्छा पाले चीन है। लेकिन इस समय का सबसे बड़ा खतरा उत्तर कोरिया है। इसके अतिरिक्त जो बड़ा खतरा अमेरिका सहित दुनिया के ज्यादातर देश झेल रहे हैं वह आतंकवाद है। आइएस और दूसरे आतंकी संगठन अलग-अलग देशों में हमले करके निर्दोष लोगों को मार रहे हैं और संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

फिलीपींस के मरावी शहर का जिक्र करते हुए एडमिरल हैरिस ने कहा कि हम वहां पर फिलीपींस की सेना का सहयोग कर रहे हैं। जल्द ही शहर पर पुन: कब्जा पाने की उम्मीद है। मुस्लिम बहुल यह शहर कई महीनों से आतंकियों की गिरफ्त में है और वहां पर सेना और आतंकियों के बीच संघर्ष चल रहा है। सैन्य आधुनिकीकरण में भारत की मदद कर सकता है अमेरिका एडमिरल हैरिस ने कहा, भारतीय सेनाओं को आधुनिक उपकरणों से लैस करके और सैनिकों को प्रशिक्षण देकर अमेरिका उन्हें और प्रभावशाली बना सकता है। दोनों देशों बीच पिछले दशक में 15 अरब डॉलर (एक लाख करोड़ रुपये) रक्षा क्षेत्र का कारोबार हुआ है, जो आने वाले वर्षो में बढ़ने की उम्मीद है। मजबूत भारत से सभी का लाभ है।

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