School
जयपुर। पश्चिम बंगाल के देहरादून में एक पांचवीं कक्षा के छात्र की सुसाइड का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है कि अब राजस्थान से एक नाबालिग छात्रा ने सुसाइड करके अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। सुसाइड की यह घटना टोंक जिले के निवाई कस्बे में हुई है। छात्रा का नाम अपेक्षा है, जो सरकार की ओर से संचालित एकलव्य आवासीय विद्यालय में पढ़ती थी। नौवीं कक्षा की छात्रा अपेक्षा ने फंदे से झूलकर जान दी है। घटना का तब पता चला, जब उसकी सहेलियां उसके कमरे में गई तो वह फंदे से झूलती मिली। विद्यालय प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कमरे का मुआयना किया। कमरे से छात्रा का सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में सुसाइड के बारे में लिखा है कि उस पर चोरी के आरोप लगाए। उसने कोई चोरी नहीं की थी।
चोरी के आरोपों से वह काफी आहत थी। जिसके चलते उसने सुसाइड का कदम उठाया। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर जांच शुरु कर दी है। शव परिजनों को सौंप दिया है। उधर, इस घटना से आवासीय विद्यालय के छात्र सहमे हुए हैं। कुछ अभिभावक अपने बच्चों को वहां से ले गए हैं। गौरतलब है कि तीन दिन पहले देहरादून में एक पांचवी कक्षा के छात्र ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया था। छात्र को उसकी क्लास टीचर ने करीब दो घंटे तक खड़े रहने की सजा दी थी। इससे बच्चा काफी आहत हो गया। उसने जहर खाने से पहले सुसाइड नोट लिखा, जिसमें कहा कि टीचर को बच्चों को इतनी सजा नहीं देनी चाहिए। इस वजह से वह सुसाइड कर रहा है।

LEAVE A REPLY