In India doctors see patient only for two minutes

जयपुर. जयपुर आधारित ‘मेरापेशेंट‘ ऐप , केमिस्ट्स और डायग्नॉस्टिक्स केंद्र के लिए एक एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म है जहां उपयोगकर्ता अपने दवा का पर्चा अपलोड कर सकते हैं और अपनी दवाओं और टेस्टों के लिए सर्वोत्तम मूल्य पर उचित सेवा प्राप्त कर सकते हैं। मेरापेशेंट एप पर अपलोड किया गया पर्चा, एप के मेडिकल रिकॉर्ड कॉलम मेें सेव हो जाता है जिसे किसी भी वक्त उपयोग में लिया जा सकता हैं। मेडिकल टेस्ट हो जाने पर, डायग्नॉस्टिक्स केंद्र द्धारा जाँच कि रिपोर्ट भी मेरापेशेंट एप पर अपलोड की जा सकती है जिसके जरिए उपयोगकर्ता के आने जाने के खर्चों में कमी व समय की बचत की जा सकती हैं।

मेरापेशेंट‘ ऐप के फाउंडर मनीष मेहता ने बताया की ग्रामीण इलाकों के रोगियों को अच्छी स्वास्थय सेवाऐं पाने के लिए, काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डॉक्टर का पर्चा, जंाच रिपोर्ट के गुम हो जाने पर दोबारा डॉक्टर को दिखाना, जांच कराने से खर्चा बढ़ जाता है। वहीं दुसरी और, ऐप के माध्यम से केमिस्ट की दुकान से दवाईयां मंगवाने पर या डायग्नोस्टिक लैब्स पर टेस्ट बुक कराने पर विभिन्न छूट भी मिलती हैं जिससे उपयोगकर्ताओं को फायदा पँहूचता हैं। हम चाहते हैं कि उपयोगकर्ता अपनी चिकित्सा देखभाल का प्रभारी खुद बनें। हम रोगी को सशक्त बनाना चाहते हैं , उनके मूल्यवान समय और प्रयासों का प्रबंधन करना चाहते है।

व्यापक सर्वे एंव रिसर्च कर हेल्थकेयर को आम आदमी तक पँहुचाने और केमिस्ट्स ,डायग्नॉस्टिक्स केंद्र और उपयोगकर्ताओं से जुड़े स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र की संतुलित पर्यावरण प्रणाली बनाने और विकसित करने के लिए ‘मेरापेशेंट‘ ऐप का निर्माण किया गया। जयपुर के चार्टर्ड एकाउंटेंट मनीष मेहता द्वारा शुरू किया गया ‘मेरापेशेंट‘ ऐप हेल्थकेयर इंडस्ट्री में एक अनूठी और शानदार पहल है। ‘मेरापेशेंट‘ अपनी तरह का पहला एग्रीग्रेटर प्लेटफॉर्म है, जो पारंपरिक बाजार को रोगियों/उपयोगकर्ताओं के लिए उंगलियों के इशारे पर ले लाता है। प्रमाणित केमिस्ट की दुकानों और डाइग्नोस्टिक्स केंद्रों के राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के साथ, ‘मेरापेशेंट‘ ऐप स्मार्टफोन पर मांग और आपूर्ति की स्थिति तैयार करता है। ‘मेरापेशेंट‘ एप में दिए गए अनूठे और क्रांतिकारी पेनिक बटन की सहायता से उपयोगकर्ता को इमरजेंसी या मुश्किल हालात से उबरने में सहायता मिलती है। उपयोगकर्ता सिर्फ ‘स्लाइड टू पेनिक‘ का इस्तेमाल करते हुए पहले से सहेजे गए नंबरों पर अपने करीबी मित्रों और परिजनों को इत्तिला कर सकता है। पेनिक बटन के इस्तेमाल के साथ न सिर्फ 5 टेलीफोन नंबरों पर सूचना भेजी जाती है, बल्कि यह मुश्किल/इमरजेंसी में फंसे शख्स की लोकेशन भी बताता है।

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