Modi government's performance should be assessed after the end of the tenure: Chaudhary

कोलकाता। केंद्रीय मंत्री हरिभाई पार्थिभाई चौधरी का कहना है कि मोदी सरकार के प्रदर्शन का आकलन उनके पांच साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद ही किया जाना चाहिए। केंद्रीय सरकार विमुद्रीकरण और जीएसटी को लेकर लगातार विपक्ष की आलोचना का सामना कर रहा है। कोयला एवं खान के राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्रीय सरकार को काम करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए और लोगों को इसके बाद ही उनके प्रदर्शन का आकलन करना चाहिए। हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की स्वर्ण जयंती के समारोह के दौरान कल उन्होंने कहा, ह्यह्यआपको दूध को दही बनने के लिए 12 घंटे का समय देने पड़ता है। अगर आप हर घंटे दूध को जांचेंगे तो दही नहीं जम पाएगा। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्ष लगातार भाजपा नेतृत्व वाली केंद्रीय सरकार की अच्छे दिन लाने का वादा पूरा न कर पाने की कड़ी आलोचना कर रहा है। जनता से यह वादा उन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान किया था। विपक्ष, सरकार के पिछले वर्ष नवंबर में अचानक बड़े नोट बंद करने और इस साल वस्तु एवं सेवा कर लागू करने के फैसले की भी अलोचना कर रहा है। केंद्रीय मंत्री ने यह बात स्वीकार की कि सरकार के इन निर्णयों से थोड़े समय के लिए अड़चने पैदा हुईं लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि यह निर्णय लंबे समय में हितकारी सिद्ध होंगे। पिछले सरकारों की कमियों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि गठबंध सहयोगियों ने केंद्र सरकार को अतीत में निर्णात्मक नहीं होने दिया लेकिन भाजपा सरकार ने अपने तीन वर्षों में 800 से अधिक निर्णय लिए हैं। चौधरी ने कहा कि वर्ष 2024 तक भारत एक शक्तिशाली देश बनकर उभरेगा। वर्ष 2019 तक सभी गांवों में बिजली आ जाएगी। मंत्री ने सार्वजनिक उपक्रम इकाइयों के कर्मियों से अपने कार्यों से देश की सेवा करने और पीएसयू के लाभ में योगदान देने की अपील भी की।

LEAVE A REPLY